
आईपीएल 2025 का फाइनल मुकाबला 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। इस रोमांचक मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीत ली। 17 साल के लंबे इंतजार के बाद आरसीबी को यह ऐतिहासिक जीत मिली।
जहां आरसीबी की टीम जीत के साथ ट्रॉफी और बड़ी इनामी राशि लेकर गई, वहीं हारने के बाद भी पंजाब किंग्स की झोली में करोड़ों रुपये आए। पंजाब किंग्स की सह-मालकिन प्रीति जिंटा को भी इस हार के बावजूद मोटी रकम मिली है। आइए जानते हैं कितना पैसा मिला और इस पर कितना टैक्स देना होगा।
जीतने वाली टीम को कितनी राशि मिली?
आईपीएल में हर साल बीसीसीआई की ओर से फाइनल खेलने वाली टीमों को इनामी राशि दी जाती है। इस बार विजेता आरसीबी को 20 करोड़ रुपये का इनाम मिला।
हार के बाद भी पंजाब किंग्स को मिला मोटा इनाम
हालांकि पंजाब किंग्स ट्रॉफी नहीं जीत पाई, लेकिन फाइनल में रनर-अप बनने के चलते टीम को 13 करोड़ रुपये मिले।
यह पैसा टीम मालिकों के बीच बांटा जाता है। पंजाब किंग्स की टीम में प्रीति जिंटा तीसरी हिस्सेदार हैं। यानी उन्हें कुल रकम का करीब 33% हिस्सा मिलेगा। इस हिसाब से प्रीति जिंटा को लगभग 4.3 करोड़ रुपये मिल सकते हैं।
कितना टैक्स देना होगा?
अब बात करते हैं टैक्स की।
अगर 13 करोड़ की पूरी राशि पर बात करें, तो:
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कंपनी टैक्स के तौर पर करीब 30% टैक्स देना होगा, यानी लगभग 3.25 करोड़ से 3.9 करोड़ रुपये तक की कटौती हो सकती है।
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इसके बाद जब ये राशि व्यक्तिगत रूप से मालिकों को दी जाएगी, तो उस पर व्यक्तिगत आयकर (Personal Income Tax) भी लगेगा।
अगर प्रीति जिंटा को 4.3 करोड़ मिलते हैं, तो इस पर करीब 30% टैक्स यानी 1.3 करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ सकता है।
बाकी टीमों को क्या मिला?
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मुंबई इंडियंस, जो क्वालीफायर 2 में हारी, उसे 7 करोड़ रुपये मिले।
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गुजरात टाइटंस, जो एलिमिनेटर से बाहर हुई, उसे 6.5 करोड़ रुपये की राशि मिली।
प्रीति जिंटा को नुकसान नहीं, मुनाफा ही
हालांकि पंजाब किंग्स को ट्रॉफी नहीं मिली, लेकिन टीम रनर-अप बनकर काफी मुनाफे में रही। प्रीति जिंटा जैसे सह-मालिकों को भी इसका सीधा फायदा हुआ। टीम के अच्छे प्रदर्शन से ब्रांड वैल्यू बढ़ी, स्पॉन्सरशिप डील्स बढ़ीं और भविष्य में इससे अधिक कमाई की संभावना भी बनी।
आईपीएल सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं, बल्कि बिजनेस का बड़ा प्लेटफॉर्म भी है। फाइनल जीतने या हारने से भले ही ट्रॉफी की किस्मत तय होती है, लेकिन टीम मालिकों को हमेशा किसी न किसी रूप में मुनाफा होता है। यही वजह है कि बॉलीवुड से लेकर कॉर्पोरेट जगत तक हर कोई इस लीग में निवेश करना चाहता है।