साल 2024 में सोने की कीमतों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। एक समय सोने की कीमतें आसमान छूने लगी थीं, जबकि दूसरी ओर जुलाई महीने में मोदी सरकार के बजट 2024 में कस्टम ड्यूटी में कटौती का ऐलान होने के बाद सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट आई। इसके बाद सोने की कीमतों में एक बार फिर तेजी आई, लेकिन हालिया आंकड़ों के मुताबिक, पिछले एक हफ्ते में सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।
सोने की कीमतों में गिरावट
सोने की कीमतों में इस गिरावट का असर न केवल घरेलू बाजार पर पड़ा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी इसका असर देखा गया। अगर बात करें मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) की, तो 5 फरवरी की एक्सपायरी वाले फ्यूचर गोल्ड का प्राइस 29 नवंबर को 77,128 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो इस हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को घटकर 76,655 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। इस हिसाब से, सिर्फ एक हफ्ते में एमसीएक्स पर 10 ग्राम सोने का भाव 473 रुपये घटा है।
घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट
घरेलू बाजार में भी सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार, 24 कैरेट सोने का दाम इस हफ्ते 76,190 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ गया, जबकि पिछले शुक्रवार को यह 76,738 रुपये प्रति 10 ग्राम था। इस प्रकार, 999 शुद्धता वाले सोने की कीमत हफ्तेभर में 548 रुपये प्रति 10 ग्राम तक घट गई है।
इसके अलावा, अन्य कैरेट के सोने की कीमतें भी घट गई हैं, जैसे:
- 22 कैरेट गोल्ड: 74,360 रुपये/10 ग्राम
- 20 कैरेट गोल्ड: 67,810 रुपये/10 ग्राम
- 18 कैरेट गोल्ड: 61,710 रुपये/10 ग्राम
- 14 कैरेट गोल्ड: 49,140 रुपये/10 ग्राम
ये सभी कीमतें IBJA की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार हैं और इन कीमतों में 3 प्रतिशत जीएसटी और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं हैं। मेकिंग चार्ज अलग-अलग होता है, और इसके चलते सोने की कीमतें देश के विभिन्न शहरों में अलग-अलग हो सकती हैं।
सोने की शुद्धता और हॉलमार्किंग
सोने के आभूषणों की कीमत राज्य कर, उत्पाद शुल्क और मेकिंग चार्ज जैसे कई कारकों के आधार पर बदलती रहती है। हालांकि, अधिकांश आभूषणों के निर्माण में 22 कैरेट सोने का उपयोग किया जाता है, जबकि कुछ लोग 18 कैरेट सोने का भी उपयोग करते हैं। भारतीय आभूषणों पर सोने की शुद्धता के हिसाब से हॉलमार्क भी होता है, जिससे उपभोक्ता को यह जानकारी मिलती है कि सोना कितना शुद्ध है।
- 24 कैरेट सोना: 999 हॉलमार्क
- 23 कैरेट सोना: 958 हॉलमार्क
- 22 कैरेट सोना: 916 हॉलमार्क
- 21 कैरेट सोना: 875 हॉलमार्क
- 18 कैरेट सोना: 750 हॉलमार्क
यह हॉलमार्क शुद्धता के प्रमाण के तौर पर सोने पर दर्ज होता है, जिससे उपभोक्ता को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि वे उच्च गुणवत्ता का सोना खरीद रहे हैं।
गोल्ड रेट्स पर प्रभाव डालने वाले कारक
सोने की कीमतों में बदलाव कई कारकों पर निर्भर करता है। इनमें अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति, कच्चे माल की कीमतें, डॉलर का मूल्य, और स्थानीय कर शामिल हैं। इसके अलावा, भारतीय उपभोक्ताओं की खरीदारी आदतें और त्योहारी सीजन भी सोने की मांग और कीमतों को प्रभावित करते हैं।
भारत में सोने की मांग मुख्य रूप से त्योहारों और शादियों के मौसम में अधिक बढ़ जाती है, जिससे बाजार में तेजी देखी जाती है। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक स्थिति और केंद्रीय बैंकों द्वारा की गई नीतियां भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती हैं।
2024 में सोने की कीमतों में बढ़-चढ़ाव का दौर जारी है, और आने वाले समय में इसमें और बदलाव की संभावना बनी हुई है। हालांकि, हाल ही में सोने की कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन इस बीच सोने के निवेशक अब भी इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं। यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो सोने की शुद्धता, बाजार की स्थिति और कीमतों के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लें।