
पंजाब के लुधियाना जिले के पिंड सीहां दौद गांव में अगवा किए गए पहली कक्षा के छात्र भवकीरत सिंह को सुरक्षित वापस लाने पर परिवार और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस का आभार व्यक्त किया। कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने खुद बच्चे को उसके माता-पिता को सौंपा, जिससे गांव में खुशी का माहौल बन गया।
मुख्यमंत्री ने परिवार से की बात
इससे पहले, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भवकीरत सिंह के माता-पिता से फोन पर बातचीत की। उन्होंने परिवार को आश्वस्त किया कि पंजाब सरकार राज्य में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
कैसे हुआ था अपहरण?
भवकीरत सिंह को दो मोटरसाइकिल सवार संदिग्धों ने तब अगवा कर लिया था, जब वह अपने घर के बाहर खेल रहा था। घटना के तुरंत बाद, पंजाब पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की और 24 घंटे के भीतर बच्चे को सुरक्षित बचा लिया।
परिवार ने जताया सरकार और पुलिस का आभार
भवकीरत के माता-पिता, जसप्रीत कौर और रणवीर सिंह, ने मुख्यमंत्री भगवंत मान और पंजाब पुलिस को त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की मुस्तैदी के कारण ही उनका बेटा सुरक्षित घर लौट सका।
सरकार की सख्त चेतावनी
कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि अपराधियों के लिए पंजाब में कोई जगह नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग इस तरह के घिनौने अपराध करेंगे, उन्हें कड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार लोगों को सुरक्षित माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध है।
पुलिस कार्रवाई और अपराधियों का हश्र
पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्धों को पकड़ा था। इनमें से एक आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया, जबकि बाकी दो को गिरफ्तार कर लिया गया।
सरकार की ओर से बड़ा संदेश
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया पर भी इस मामले पर बयान दिया और कहा कि अपराधियों के लिए पंजाब में कोई जगह नहीं है। सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि राज्य में कानून व्यवस्था बनी रहे और कोई भी अपराधी बच न सके।
भवकीरत सिंह की सकुशल वापसी पंजाब पुलिस की तेजी और तत्परता का नतीजा है। यह घटना दिखाती है कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपना रहे हैं। इस सफल अभियान से पूरे राज्य में सुरक्षा को लेकर विश्वास मजबूत हुआ है।