
किसान आंदोलन से जुड़े एक अहम मोड़ पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आखिरकार लगभग 131 दिनों बाद अपना मरण व्रत खत्म कर दिया है। वे 26 नवंबर 2024 से किसानों की मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे।
बीते कुछ दिनों से उनकी तबीयत को लेकर चिंता जताई जा रही थी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी हाल ही में डल्लेवाल से मरण व्रत समाप्त करने की अपील की थी। आखिरकार आज श्री फतेहगढ़ साहिब में आयोजित किसान महापंचायत के दौरान उन्होंने यह बड़ा ऐलान किया।
संगत की अपील पर तोड़ा व्रत
महापंचायत में शामिल हजारों किसानों के सामने डल्लेवाल ने कहा, “मैंने संगत की अपील और साथियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए मरण व्रत तोड़ने का फ़ैसला किया है। लेकिन मेरा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है। हमारी लड़ाई MSP की गारंटी, कर्ज माफी और बाकी सभी किसानों की मांगों के लिए जारी रहेगी।”
डल्लेवाल का यह मरण व्रत किसान आंदोलन की सबसे लंबी भूख हड़तालों में से एक माना जा रहा है। इतने लंबे समय तक बिना भोजन के रहना एक बड़ा मानसिक और शारीरिक संघर्ष होता है।
4 मई को अगली बातचीत
सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस हल नहीं निकला है। अब अगली बैठक 4 मई को प्रस्तावित है, जिसमें उम्मीद की जा रही है कि MSP पर कोई सकारात्मक फैसला हो सकता है।
किसानों का संकल्प
महापंचायत में शामिल किसानों ने भी डल्लेवाल के फैसले का समर्थन किया और कहा कि वे पूरी एकजुटता के साथ आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे। एक किसान ने कहा, “हम अपने नेता के साथ खड़े हैं। अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानती, तो हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना संघर्ष जारी रखेंगे।”
डल्लेवाल का मरण व्रत खत्म करना एक राहत की बात जरूर है, लेकिन यह आंदोलन का अंत नहीं, बल्कि एक नए चरण की शुरुआत है। अब सबकी निगाहें 4 मई की बैठक पर हैं, जहां सरकार और किसानों के बीच बातचीत का अगला पड़ाव तय होगा।