सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच ने मंगलवार को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को लेकर एक बार फिर सुनवाई की। किसान नेता डल्लेवाल वर्तमान में धरना स्थल पर बैठे हुए हैं और उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही है। कोर्ट ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की और सरकार तथा प्रदर्शनकारियों के बीच समाधान निकालने की अपील की।
सुनवाई के दौरान किसानों की ओर से स्पष्ट रूप से कहा गया कि जब तक केंद्र सरकार बातचीत के लिए तैयार नहीं होती, तब तक जगजीत सिंह डल्लेवाल किसी प्रकार की चिकित्सा सहायता नहीं लेंगे। किसानों ने यह भी कहा कि अगर केंद्र सरकार बातचीत का प्रस्ताव देती है, तो वे इसे स्वीकार करेंगे और डल्लेवाल मेडिकल सहायता लेने के लिए तैयार होंगे।
महाधिवक्ता की जानकारी
सुनवाई के दौरान महाधिवक्ता गुरविंदर सिंह ने कोर्ट को सूचित किया कि सरकार के हस्तक्षेपकर्ता और वार्ताकार धरना स्थल पर गए थे और प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत का प्रयास किया। हालांकि, किसानों ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे केवल उसी स्थिति में आगे बढ़ेंगे जब केंद्र सरकार औपचारिक रूप से उनसे संवाद करने का प्रस्ताव दे।
किसानों की शर्त
प्रदर्शनकारी किसानों ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता सरकार के साथ बातचीत करना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार इस बातचीत का निमंत्रण देती है, तो डल्लेवाल चिकित्सा सहायता लेने के लिए तैयार हैं।
डल्लेवाल की स्थिति पर कोर्ट की चिंता
सुप्रीम कोर्ट ने किसान नेता की बिगड़ती सेहत पर चिंता व्यक्त की। कोर्ट ने कहा कि यह जरूरी है कि डल्लेवाल को समय पर चिकित्सा सहायता मिले ताकि उनकी सेहत और खराब न हो। कोर्ट ने इस मामले में सरकार से भी संवेदनशीलता दिखाने की अपील की।
सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव जारी
डल्लेवाल और अन्य किसान नेताओं ने धरना स्थल पर बैठकर अपनी मांगों के लिए विरोध प्रदर्शन जारी रखा है। उनकी प्रमुख मांग है कि केंद्र सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले और उनके समाधान के लिए सक्रिय भूमिका निभाए।
न्यायपालिका की भूमिका
सुप्रीम कोर्ट ने दोनों पक्षों को संवेदनशीलता से काम लेने और जल्द समाधान निकालने की सलाह दी। कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की स्वास्थ्य स्थिति के साथ-साथ आंदोलन की स्थिति को संतुलित करना महत्वपूर्ण है।
किसान नेता डल्लेवाल के स्वास्थ्य और आंदोलन को लेकर कोर्ट और सरकार के बीच जारी इस चर्चा का समाधान क्या होगा, यह आने वाले समय में साफ हो सकेगा।