
पंजाब के कई जिलों में बीते दिनों तेज़ आंधी, तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचाई है। मौसम विभाग ने अभी भी अलर्ट जारी किया हुआ है और चेतावनी दी है कि खतरा पूरी तरह टला नहीं है। विभाग ने बताया कि संगरूर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब और लुधियाना ज़िलों में अगले कुछ घंटों में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएं चल सकती हैं और बिजली गिरने की भी आशंका है।
खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद, मंडियों में भी नुकसान
इस अचानक बदले मौसम का सबसे बड़ा असर किसानों पर पड़ा है। जानकारी के अनुसार, शाम के समय तेज़ हवा और बारिश के बाद ओलावृष्टि ने भी कई जिलों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। खेतों में खड़ी फसलें ज़मीन पर बिछ गईं और मंडियों में रखी तैयार फसलें भी भीग गईं, जिससे किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ी।
सरकार ने दिए तुरंत गिरदावरी के आदेश
पंजाब सरकार ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सभी डिप्टी कमिश्नरों को तत्काल गिरदावरी (फसल नुकसान का सर्वे) कराने के निर्देश दिए हैं। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियाँ ने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और किसी को भी उनके नुकसान की भरपाई से वंचित नहीं रखा जाएगा। सभी जिलों से रिपोर्ट तैयार करके राजस्व विभाग को भेजी जाएगी, ताकि मुआवज़े की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
बिजली विभाग को भी भारी नुकसान
आंधी-तूफान से सिर्फ खेती ही नहीं, बल्कि बिजली विभाग PSPCL को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक लगभग 5.5 करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान है। 11 केवी ट्रांसमिशन लाइनें सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं। पटियाला, संगरूर और बरनाला जैसे जिलों में करीब 50 पावर ग्रिड लाइनें प्रभावित हुईं।
PSPCL के अधिकारियों के अनुसार, नाभा से भवानीगढ़ ग्रिड तक 220 केवी ट्रांसमिशन लाइन के कई टावरों को नुकसान हुआ है, जिससे विभाग को लगभग 3 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा, 2000 से अधिक बिजली के खंभे और 100 ट्रांसफार्मर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिससे करीब 2.5 करोड़ रुपये का अतिरिक्त नुकसान हुआ।
आपूर्ति बहाल करने में जुटा विभाग
बिजली विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचकर बिजली सप्लाई बहाल करने में जुट गईं और अधिकांश क्षेत्रों में आपूर्ति को फिर से शुरू कर दिया गया है। हालांकि, बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि खेतीबाड़ी क्षेत्र में हुए नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है और उसके बाद ही अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
पंजाब में हाल की प्राकृतिक आपदा ने किसानों और बुनियादी ढांचे को गहरा नुकसान पहुंचाया है। लेकिन राज्य सरकार और संबंधित विभाग तुरंत हरकत में आ गए हैं, जिससे लोगों को जल्द राहत मिल सके। उम्मीद है कि सरकार की ओर से उचित मुआवज़ा और सहायता प्रदान की जाएगी ताकि किसान दोबारा खड़े हो सकें।