शेयर बाजार में सोमवार, 11 नवंबर को उतार-चढ़ाव देखने को मिला। पूरे कारोबारी सत्र में बाजार ने हलचल दिखाई और अंत में सेंसेक्स में मामूली बढ़त देखने को मिली, जबकि निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 9.83 अंक बढ़कर 79,496.15 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 6.90 अंक गिरकर 24,141.30 पर पहुंच गया।
इस दौरान बाजार में सबसे बड़ा प्रभाव विदेशी निवेशकों की बिकवाली का था। विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) पिछले कई दिनों से भारतीय शेयर बाजार में निरंतर बिकवाली कर रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। इस बिकवाली की वजह से बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ी हुई है।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरा रुपया
शेयर बाजार के साथ-साथ सोमवार को भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरकर 84.39 (अनंतिम) के नए सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर पहुंच गया। यह गिरावट रुपया की कमजोरी और वैश्विक निवेशकों की चिंता को दर्शाती है।
बाजार में उतार-चढ़ाव की वजहें
बाजार में इस उतार-चढ़ाव के कई कारण हो सकते हैं। सबसे पहला कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली है। बीते कुछ समय में एफआईआई ने भारतीय शेयर बाजार से अपना पैसा निकालना शुरू किया है। इसके अलावा, घरेलू बाजार में भी कुछ दिक्कतें आई हैं, जैसे कि कंपनियों के तिमाही नतीजों का खराब आना और आरबीआई की मौन स्थिति ने भी निवेशकों को अनिश्चितता में डाल दिया है।
निवेशकों के लिए आगे की दिशा
इस गिरावट के बावजूद, बाजार में निवेशकों के लिए आगे के संकेत अभी भी मिश्रित हैं। निवेशक यह उम्मीद कर रहे हैं कि बाजार में जल्द सुधार होगा, लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली और रुपया की गिरावट ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। इसके अलावा, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक स्थितियों का असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ देखा जा रहा है।