
पंजाब के कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने एक अहम जानकारी देते हुए बताया कि पहली बार राज्य में ऐसा हो रहा है कि बरसात आने से पहले ही गांवों में मौजूद छप्पड़ों की सफाई का काम पूरा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह काम इस समय जंगी स्तर पर चल रहा है और सरकार पूरी गंभीरता से इसे अंजाम दे रही है।
15 हजार छप्पड़ों की हो रही सफाई
मंत्री सौंद ने बताया कि पंजाब में करीब 15,000 छप्पड़ हैं, जिनमें बरसात का पानी जमा हो जाता है और कई बार यह पानी गांवों में बीमारियों का कारण बनता है। पिछली सरकारों ने कभी इस दिशा में गंभीर प्रयास नहीं किए। लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस चुनौती को स्वीकार किया है और गांवों की मूलभूत संरचना को बेहतर करने के लक्ष्य के तहत यह कार्य शुरू किया गया है।
अब तक 3973 छप्पड़ों से पानी पूरी तरह निकाला जा चुका है, और 6606 छप्पड़ों में पानी निकालने का काम अंतिम चरण में है। इसके बाद अगला स्टेप छप्पड़ों से गाद (कीचड़) निकालने का है।
गाद निकालने का कार्य भी शुरू
तरुणप्रीत सिंह सौंद ने बताया कि अब तक 1223 छप्पड़ों से गाद निकाली जा चुकी है, जबकि 3267 छप्पड़ों में यह काम जारी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान से गांवों की तस्वीर बदलेगी और लोगों को साफ़-सुथरे वातावरण में जीने का अवसर मिलेगा।
30 मई तक लक्ष्य पूरा करने की योजना
सरकार ने इस सफाई अभियान को 30 मई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। मंत्री सौंद ने कहा कि इस तारीख तक पानी निकालने का सारा काम खत्म कर दिया जाएगा, जबकि गाद निकालने का कार्य थोड़ा आगे तक जारी रहेगा।
थापर मॉडल और सीचेवाल मॉडल लागू होंगे
मंत्री ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में सरकार 5,000 गांवों में ‘थापर मॉडल’ और ‘सीचेवाल मॉडल’ को अपनाने जा रही है। इसके तहत पर्यावरण के अनुकूल, टिकाऊ और स्वच्छता आधारित विकास मॉडल तैयार किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कई प्रोजेक्ट पहले से ही तैयार हैं और जल्द ही ज़मीन पर उतरेंगे।
पिछली सरकारों पर तंज
तरुणप्रीत सिंह सौंद ने पिछली सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पहले केवल दावे किए जाते थे, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार वादा नहीं करती, बल्कि काम करके दिखाती है।
खेल मैदानों पर भी फोकस
मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में सरकार गांवों के छप्पड़ों की सफाई के साथ-साथ खेल मैदानों के निर्माण पर भी ज़ोर देगी, ताकि ग्रामीण युवाओं को खेलकूद की सुविधाएं मिल सकें।
इस तरह, पंजाब सरकार का यह प्रयास गांवों को साफ़, स्वस्थ और विकसित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।