शनिवार देर रात अमृतसर से हावड़ा जा रही गाड़ी संख्या 13006 में एक गंभीर घटना हुई, जब ट्रेन के एक डिब्बे में रखे पटाखों में आग लग गई। यह घटना फतेहगढ़ साहिब में सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास हुई। धमाके की आवाज सुनकर यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और रेलवे पुलिस और अधिकारी भी आधी रात को घटना स्थल पर पहुंचे। ट्रेन को लगभग आधा घंटा सरहिंद स्टेशन पर रोका गया। इस हादसे में चार लोग घायल हुए हैं, जिन्हें फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, यह धमाका ट्रेन की पिछली जनरल बोगी में हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके के बाद बोगी में धुआं ही धुआं हो गया, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। ट्रेन लुधियाना से चलकर सरहिंद जंक्शन पर रुकी थी और फिर अंबाला के लिए निकली ही थी, इसलिए उसकी गति कम थी। घटना के समय ट्रेन की धीमी गति ने कई यात्रियों की जान बचाई। अगर ट्रेन की गति अधिक होती तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी।
धमाकों की श्रृंखला
बिजली के तारों से निकलने वाली चिंगारियों के बाद बोगी में एक के बाद एक कई धमाके हुए। यात्रियों ने जान बचाने के लिए छलांग लगाने का निर्णय लिया। कुछ यात्रियों ने इमरजेंसी खिड़कियों से बाहर निकलने की कोशिश की। गनीमत यह रही कि अधिकांश यात्री सुरक्षित बच निकले।
पटाखों की खोजबीन
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी के डीएसपी जगमोहन सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बोगी का मुआयना किया। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि एक यात्री अपने गांव के लिए सामान के साथ पटाखे ले जा रहा था। ये पटाखे एक बाल्टी में रखे गए थे, जिनमें बिजली के शॉट सर्किट से आग लग गई। इस घटना में एक दंपती समेत चार यात्री घायल हुए हैं, लेकिन सभी की हालत खतरे से बाहर है।
यात्रियों का अनुभव
लखनऊ जा रहे यात्री राकेश पाल ने बताया कि बोगी में काफी भीड़ थी। जैसे ही ट्रेन सरहिंद से निकली, बिजली की तारों से चिंगारी निकली और उसके बाद धमाके होने लगे। यात्रियों ने शोर मचा दिया और फिर ट्रेन को रोकने का आदेश दिया गया। बाद में पता चला कि बाल्टी में रखे पटाखों को आग लगी थी, जिससे यह स्थिति बनी।
अधिकारी की प्रतिक्रिया
घटना के बाद जीआरपी ने सुरक्षा उपायों को लेकर चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि यात्रियों को ट्रेन में किसी भी प्रकार के फायरक्रैकर या खतरनाक सामग्री ले जाने से बचना चाहिए। इस प्रकार की घटनाएं न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करती हैं, बल्कि रेलवे की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाती हैं।
यह घटना रेलवे सुरक्षा और प्रबंधन के लिए एक गंभीर संकेत है, और इसे ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को प्रभावी उपायों को लागू करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।