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जर्मनी के आम चुनाव में क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) ने शानदार जीत हासिल की है। CDU और उसकी सहयोगी पार्टी क्रिश्चियन सोशल यूनियन (CSU) ने मिलकर चुनाव लड़ा और सत्तारूढ़ सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (SPD) को करारी हार दी। इसके बाद फ्रेडरिक मर्ज जर्मनी के नए चांसलर बनने जा रहे हैं।
कैसा रहा चुनावी नतीजा?
जर्मनी के राष्ट्रीय प्रसारक ARD के मुताबिक, CDU-CSU गठबंधन को 28.5% वोट मिले हैं। दूसरे नंबर पर धुर दक्षिणपंथी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (AfD) रही, जिसे 20.8% वोट मिले। वहीं, सत्तारूढ़ एसपीडी को मात्र 16.4% वोट मिले, जिससे उसकी करारी हार हुई।
कौन हैं फ्रेडरिक मर्ज?
फ्रेडरिक मर्ज का जन्म 11 नवंबर 1955 को जर्मनी के ब्रिलोन शहर में हुआ था। उन्होंने 1976 में लॉ की पढ़ाई शुरू की, लेकिन इससे पहले ही 1972 में CDU में शामिल हो गए। उन्होंने 1981 में चार्लोट मर्ज से शादी की, जोकि एक जज हैं।
मर्ज 1989 में यूरोपीय संसद के लिए चुने गए और 1994 में दोबारा जीते। 2000 में वे CDU के संसदीय नेता बने, लेकिन 2002 में उन्हें एंजेला मर्केल के सामने पद छोड़ना पड़ा। 2005 में CDU/CSU गठबंधन की सरकार बनी, लेकिन उन्हें सरकार में कोई भूमिका नहीं दी गई, जिससे नाराज होकर 2009 में उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली।
2018 में की राजनीति में वापसी
करीब 10 साल बाद 2018 में एंजेला मर्केल के संन्यास के ऐलान के बाद मर्ज ने राजनीति में वापसी की। हालांकि, पार्टी नेतृत्व के चुनाव में वे मामूली अंतर से हार गए। 2020 में उन्हें फिर मौका मिला, लेकिन पार्टी ने आर्मिन लाशेट को नेता चुना।
2021 में मर्ज ने संसद में वापसी की, लेकिन उनकी पार्टी चुनाव हार गई। इसके बावजूद 2022 में वे CDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और अब पार्टी को जीत दिलाकर चांसलर बनने जा रहे हैं।
सख्त नीतियों के समर्थक हैं मर्ज
फ्रेडरिक मर्ज अवैध प्रवासियों को लेकर कड़े रुख के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, जैसा कि अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने किया था। इसके अलावा, उन्होंने जर्मनी की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का वादा किया है।
अब मर्ज के सामने सबसे बड़ी चुनौती गठबंधन सरकार बनाना और जर्मनी की सत्ता को मजबूत करना होगा।