जर्मनी के मागदेबर्ग शहर में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें एक बेकाबू कार ने बाजार में खरीदारी कर रहे लोगों को रौंद दिया। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना क्रिसमस सेलिब्रेशन से कुछ दिन पहले की है, जब बाजार में भारी भीड़ थी।
घटना के दौरान अफरा-तफरी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा तब हुआ जब लोग क्रिसमस की शॉपिंग के लिए बाजार में मौजूद थे। अचानक एक तेज रफ्तार कार बाजार में घुस आई और उसने करीब 70 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के बाद बाजार में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 15 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
आरोपी ने जानबूझकर किया हमला?
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इस घटना को जानबूझकर अंजाम दिया गया है। आरोपी का मकसद अधिक से अधिक लोगों को नुकसान पहुंचाना था। हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि यह घटना आतंकी हमले के तहत की गई या फिर इसके पीछे कोई और कारण है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद जर्मनी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और आम जनता को डरने की जरूरत नहीं है। पुलिस ने एक बयान में कहा, “हमने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अब कोई खतरा नहीं है और लोग सुरक्षित रूप से बाजार में आ-जा सकते हैं।”
घायलों का इलाज जारी
हादसे में घायल हुए लोगों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, घायलों में से कई की हालत नाजुक है। घायलों का इलाज जारी है और कुछ को विशेष देखभाल की जरूरत है।
क्रिसमस से पहले मातम का माहौल
क्रिसमस से पहले इस हादसे ने मागदेबर्ग शहर में मातम का माहौल बना दिया है। बाजार में खरीदारी करने आए लोग अब भी इस घटना के सदमे में हैं। हादसे के बाद बाजार को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
आगे की जांच जारी
पुलिस और स्थानीय प्रशासन इस घटना की हर एंगल से जांच कर रहे हैं। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस घटना के पीछे उसका मकसद क्या था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह आतंकी हमला तो नहीं।
जर्मनी के मागदेबर्ग में हुई इस घटना ने लोगों को हिला कर रख दिया है। जहां एक तरफ लोग क्रिसमस सेलिब्रेशन की तैयारियों में जुटे थे, वहीं इस दर्दनाक हादसे ने त्योहार की खुशियों को गम में बदल दिया। पुलिस और प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन इस घटना ने बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।