
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रदेश के शहरों की साफ-सफाई और सीवरेज व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 216 आधुनिक सफाई मशीनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मशीनें 7 जिलों – संगरूर, बरनाला, बठिंडा, मलेरकोटला, मानसा, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब में काम करेंगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन मशीनों को 14.30 करोड़ रुपए की लागत से खरीदा गया है। इसके अलावा, पंजाब के अन्य शहरों के लिए भी 40 करोड़ रुपए खर्च कर कुल 730 सफाई मशीनें खरीदी गई हैं।
कैसे काम करेंगी ये मशीनें?
ये सुपर सक्शन-कम-जेटिंग मशीनें सीवरेज लाइनों की सफाई के लिए खासतौर पर बनाई गई हैं। अब सफाई कर्मियों को मैनहोल में उतरकर सफाई करने की जरूरत नहीं होगी। सरकार उन्हें इन मशीनों को चलाने की ट्रेनिंग देगी ताकि सफाई का काम आसानी और सुरक्षित तरीके से हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों में बढ़ती आबादी के कारण सफाई व्यवस्था कमजोर पड़ रही थी, लेकिन अब नई मशीनों से यह समस्या दूर होगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी शहरों में आधुनिक सफाई मशीनें पहुंचाई जाएंगी ताकि पूरे प्रदेश में सफाई व्यवस्था बेहतर हो सके।
संगरूर में मेडिकल कॉलेज की सौगात
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि संगरूर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में कुछ स्वार्थी तत्वों ने अड़चनें पैदा की थीं, लेकिन सरकार ने उन्हें हटा दिया है। इसके अलावा, संगरूर समेत पंजाब में तीन नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे, जिससे छात्रों को अपने ही राज्य में मेडिकल की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।
नौजवानों के लिए UPSC कोचिंग सेंटर
पंजाब सरकार ने यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 8 कोचिंग सेंटर खोलने का फैसला किया है। इनमें से एक सेंटर संगरूर में स्थापित किया जाएगा। इन सेंटरों में लाइब्रेरी, होस्टल और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी ताकि नौजवानों को बेहतर माहौल में पढ़ाई करने का मौका मिले और वे प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर सकें।
महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की पहल
मुख्यमंत्री ने गांवों में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए एक नई योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की वर्दियां गांवों में महिलाएं तैयार कर रही हैं। इससे उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिल रहा है। इस मॉडल को पूरे पंजाब में लागू किया जाएगा, ताकि और भी अधिक महिलाओं को रोजगार मिल सके।
सड़क सुरक्षा फोर्स ने बचाई कई जिंदगियां
पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई सड़क सुरक्षा फोर्स को एक साल पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस फोर्स के गठन के बाद से राज्य में सड़क हादसों में मौतों की संख्या 48.10% तक कम हो गई है। पंजाब पहला राज्य है जिसने इस तरह की फोर्स बनाई है, और अब अन्य राज्य भी इस मॉडल को अपनाने के लिए सलाह ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री का संकल्प
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार पंजाब के हर जिले और शहर को साफ-सुथरा और विकसित बनाने के लिए पूरी मेहनत कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही हर शहर को सफाई की अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी, जिससे लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिल सके।
इस मौके पर स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत और विधायक नरिंदर कौर भराज भी मौजूद थीं।