
सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत में फिर तेजी दर्ज की गई। सोना 0.23% की बढ़त के साथ 87,476 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार करता दिखा। वहीं, चांदी भी 0.44% चढ़कर 97,920 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
हालांकि, इससे पहले सोमवार को सर्राफा बाजार में सोने की कीमत में गिरावट देखने को मिली थी। राजधानी दिल्ली में सोना 700 रुपये सस्ता होकर 90,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। ऑल इंडिया बुलियन एसोसिएशन के मुताबिक, बीते कुछ दिनों में वैश्विक घटनाक्रमों के चलते सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
शुक्रवार को 99.9% शुद्धता वाला सोना 91,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, तीन दिन की लगातार गिरावट के बाद सोमवार को 99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत 700 रुपये घटकर 90,100 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि इसकी पिछली बंद कीमत 90,800 रुपये थी।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट के पीछे वैश्विक स्तर पर निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली को मुख्य वजह माना जा रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच शांति वार्ता को लेकर उम्मीदें बढ़ी हैं, जिससे सोने की मांग पर दबाव बना है।
रूस-यूक्रेन शांति वार्ता का असर
रविवार को सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिकी अधिकारियों के बीच वार्ता हुई, जिससे रूस-यूक्रेन संघर्ष समाप्त करने की संभावनाएं प्रबल हुईं। इस बैठक के बाद निवेशकों ने सोने में अपनी लंबी स्थिति को बुक करना शुरू कर दिया, जिससे कीमतों में गिरावट देखने को मिली। वैश्विक बाजार में इस समय आर्थिक अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।
क्या रहेगा आगे का रुझान?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। वैश्विक बाजारों में फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति, डॉलर इंडेक्स और महंगाई दर का प्रभाव कीमती धातुओं पर पड़ेगा।
अगर आप निवेशक हैं, तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। जानकारों के मुताबिक, सोना अभी भी लंबी अवधि के लिए एक सुरक्षित निवेश माना जा रहा है, लेकिन निकट भविष्य में इसमें और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
(नोट: यह रिपोर्ट बाजार के मौजूदा रुझानों पर आधारित है, निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।)