
गुरुवार, 19 जून को सोने और चांदी की कीमतों में फिर से गिरावट देखने को मिली है। हाल ही में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद अब कीमती धातुओं में कुछ ठंडक आई है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में यह गिरावट दर्ज की गई है। निवेशक आने वाले समय में अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक (FOMC) से मिलने वाले संकेतों का इंतज़ार कर रहे हैं, जिसके चलते बाजार में सतर्कता बढ़ गई है।
एमसीएक्स पर सोना और चांदी फिसले
गुरुवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमतों में 0.28% की गिरावट देखी गई। यह अब ₹99,255 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, चांदी की कीमतें भी नीचे खिसक गईं और अब यह ₹1,08,303 प्रति किलोग्राम के आस-पास पहुंच गई है। यह दोनों धातुएं हाल ही में अपने उच्चतम स्तरों पर थीं, लेकिन अब इनमें करेक्शन देखा जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी असर
सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। इसकी एक बड़ी वजह पश्चिम एशिया में जारी तनाव है, खासकर इज़राइल और ईरान के बीच चल रहा संघर्ष। निवेशक इस अस्थिरता के चलते सुरक्षित निवेश की तलाश में हैं, लेकिन साथ ही वो यह भी देख रहे हैं कि अमेरिका अपने ब्याज दरों को लेकर क्या कदम उठाता है।
बीते दिन दिल्ली सर्राफा बाजार में क्या हुआ?
दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया। चांदी की कीमत ₹1,000 प्रति किलो बढ़कर ₹1,08,200 प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। वहीं, सोना भी ₹540 प्रति 10 ग्राम महंगा होकर ₹1,00,000 के पार चला गया। इससे पहले मंगलवार को चांदी की कीमतें ₹1,07,200 प्रति किलो पर बंद हुई थीं।
विशेषज्ञों की राय
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के वाइस प्रेसिडेंट मनीष शर्मा ने बताया, “बाजार की चाल फिलहाल सतर्क बनी हुई है। निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक (FOMC) की दिशा में ध्यान केंद्रित किए हुए हैं, क्योंकि इससे आगे की नीति और ब्याज दरों को लेकर संकेत मिल सकते हैं।”
आगे क्या उम्मीद की जा रही है?
अगर अमेरिकी फेड ब्याज दरों को लेकर नरम रुख अपनाता है, तो सोने-चांदी में फिर से तेजी आ सकती है। वहीं, यदि ब्याज दरें बढ़ाई जाती हैं, तो इनकी कीमतों में और गिरावट संभव है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय तनाव और डॉलर की चाल भी कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित करेगी।
हालांकि सोना-चांदी में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है, फिर भी ये धातुएं निवेशकों के लिए आकर्षक बनी हुई हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि बाजार में उठापटक का दौर फिलहाल जारी रहेगा। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहकर ही आगे कदम बढ़ाएं।