
इन दिनों शादियों का सीज़न जोरों पर है, लेकिन सोने की लगातार बढ़ती कीमतों ने दूल्हा-दुल्हन के घरवालों की चिंता बढ़ा दी है। आम आदमी के लिए अब सोना खरीदना सपना बनता जा रहा है। घरेलू बाज़ार में सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना लिया है और यह तेजी थमने का नाम नहीं ले रही।
दिल्ली में सोना पहुंचा ₹98,100 प्रति 10 ग्राम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाज़ार में सोना बुधवार को ₹1,900 की बड़ी छलांग लगाकर ₹98,100 प्रति 10 ग्राम के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। ऑल इंडिया सर्राफा फेडरेशन के अनुसार, 11 अप्रैल को एक ही दिन में ₹6,250 की सबसे बड़ी बढ़त दर्ज की गई थी।
साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी 2025 को सोने की कीमत ₹79,390 प्रति 10 ग्राम थी और अब तक इसमें ₹18,710 (करीब 23.56%) का इज़ाफा हो चुका है।
चांदी भी ₹99,600 प्रति किलो तक पहुंची
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। एक दिन में ₹1,300 बढ़ने के बाद यह ₹99,600 प्रति किलो पर पहुंच गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर 5 मई 2025 की डिलीवरी वाली चांदी 2.12% की तेजी के साथ ₹96,784 प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी।
कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में तेजी के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय कारण हैं:
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अमेरिका-चीन के बीच बढ़ता व्यापार तनाव – हाल ही में अमेरिका ने चीन के लिए निर्यात नियमों को सख्त किया है, जिससे ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है।
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अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता – जब भी वैश्विक आर्थिक माहौल में तनाव आता है, निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश (Safe Haven) मानते हैं और इसकी खरीदारी बढ़ जाती है।
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डॉलर की कमजोरी – अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 3 साल के निचले स्तर यानी 100 अंक से नीचे आ गया है, जिससे भी सोने में निवेश को बढ़ावा मिला है।
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भू-राजनीतिक तनाव – रूस-यूक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया की अशांति जैसी घटनाएं निवेशकों को सुरक्षित संपत्ति की ओर ले जाती हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में भी तेजी
अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी बाज़ार COMEX पर सोने की कीमत 2.56% बढ़कर $3,323.20 प्रति औंस पहुंच गई। वहीं, गोल्ड स्पॉट प्राइस भी 2.28% या $73.72 की बढ़त लेकर $3,304 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था।
शादियों के इस मौसम में जहां लोग ज़ेवरात खरीदने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं सोने-चांदी की कीमतों ने बजट बिगाड़ दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक अंतरराष्ट्रीय तनाव बना रहेगा, तब तक सोने की कीमतें स्थिर नहीं होंगी। आम आदमी को अभी कुछ समय और महंगे सोने का सामना करना पड़ सकता है।