
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद से शेयर बाजार में मंदी का माहौल बना हुआ है। ट्रंप ने 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जिससे बाजार में चिंता का माहौल बढ़ गया है। मंदी और बिकवाली के इस दौर में निवेशक अब अपने निवेश को सुरक्षित रखने के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं। ऐसे में सोना एक सुरक्षित और आकर्षक निवेश विकल्प बनकर सामने आया है, जिससे सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से लगातार तेजी देखी जा रही है।
एमसीएक्स पर सोने-चांदी की बढ़ती कीमतें
ट्रेड वॉर (व्यापार युद्ध) और आर्थिक अस्थिरता के बीच, 1 अप्रैल को सोने के दामों ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने के जून फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 677 रुपये की बढ़त के साथ 90,797 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। वहीं, चांदी भी अस्थिर रही लेकिन 1 लाख रुपये प्रति किलो के लेवल से ऊपर बनी रही। चांदी की कीमत 1,00,791 रुपये प्रति किलो पर खुली, जिसमें 726 रुपये (0.73%) की तेजी आई।
इससे पहले सोमवार को सोने और चांदी दोनों के बाजार मिलेजुले थे, लेकिन सोने के जून वायदा अनुबंध में 1.15% की बढ़त के साथ 90,717 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
सोने की कीमत में वृद्धि के कारण
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा टैरिफ लगाए जाने की घोषणा के बाद से बाजार में अस्थिरता और अनिश्चितता बढ़ गई है। इसका असर पूरी दुनिया के शेयर बाजारों पर पड़ रहा है। जब किसी देश में ट्रेड वॉर और अन्य जियो-पॉलिटिकल समस्याएं बढ़ती हैं, तो निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर रुख करते हैं। सोना एक ऐसी कीमती धातु है, जिसे लोग आर्थिक संकट और अस्थिरता के समय सुरक्षित निवेश मानते हैं। यही कारण है कि सोने की मांग बढ़ गई है और उसकी कीमतों में तेजी आई है।
पृथ्वीफिनमार्ट कमोडिटी रिसर्च के मनोज कुमार जैन के अनुसार, टैरिफ के डर से ग्लोबल इक्विटी मार्केट संघर्ष कर रहे हैं, और रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ता तनाव और अमेरिकी राष्ट्रपति की ईरान को धमकियां भी मिडिल-ईस्ट में तनाव का कारण बन रही हैं। इन सभी कारणों से सोने की कीमत तेजी से बढ़ी है।
क्या अब सोना खरीदना सही रहेगा?
इस हफ्ते सोने और चांदी की कीमतें अस्थिर रह सकती हैं, क्योंकि डॉलर इंडेक्स में अस्थिरता और अमेरिकी ट्रेड फी के डर के चलते बाजार में उतार-चढ़ाव होगा। हालांकि, अगर हम वीकली क्लोजिंग के आधार पर देखें तो सोना और चांदी क्रमशः 3,040 डॉलर और 32.40 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस के स्तर पर समर्थन बनाए रख सकते हैं। जैन ने 91,300 रुपये के टारगेट के लिए 89,800 रुपये के स्टॉप लॉस के साथ सोना खरीदने की सलाह दी है।
सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के रेट
सोने की कीमत में हाल ही में जो तेजी आई है, उसके बाद मंगलवार को 24 कैरेट वाले सोने की कीमत में लगभग 1800 रुपये का इजाफा हुआ। 1 अप्रैल को 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 1802 रुपये बढ़कर 90,966 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। इससे पहले 31 मार्च को यह 89,164 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, 23 कैरेट गोल्ड की कीमत 90,602 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 83,325 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास ट्रेंड कर रही है।
चांदी की कीमतों में हालांकि मंगलवार को गिरावट आई, और यह 1 लाख रुपये से नीचे 99,832 रुपये प्रति किलो पर आ गई।
अमेरिका के ट्रेड वॉर और वैश्विक अस्थिरता के कारण सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है। निवेशकों को इस समय सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखना समझदारी हो सकती है। हालांकि, बाजार की अस्थिरता को देखते हुए निवेश करने से पहले विशेषज्ञों से राय लेना सही रहेगा।