पिछले सप्ताह त्योहारी सत्र के चलते सोने की कीमतों में आई तेज़ी के बाद अब घरेलू बाजार में सोने की कीमतें ठंडी पड़ गई हैं। बुलियन एसोसिएशन के अनुसार, सोमवार सुबह 8:45 बजे तक सोने की कीमत ₹79,030 रही। उल्लेखनीय है कि दीवाली के दिन, 31 अक्टूबर को घरेलू बाजार में सोने की कीमत ₹78,670 तक गिर गई थी, और 1 नवंबर से यह कीमत ₹79,030 पर स्थिर बनी हुई है।
त्योहारी सत्र से पहले की स्थिति
त्योहारी सत्र की शुरुआत से पहले, 23 अक्टूबर को सोने की कीमतें ₹81,500 तक पहुंच गई थीं। त्यौहारों के समय सोने की खरीद में बढ़ोतरी के चलते कीमतों में तेजी आई थी। हालांकि, दीवाली के बाद अब नवंबर की शुरुआत से ही पीली धातु की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण त्योहारी खरीदारी के बाद आई कमी है, जिसने सोने की कीमतों को नीचे लाने का मौका दिया है।
सोने की कीमतों में बदलाव
सोने की कीमतों में पिछले महीने के दौरान सबसे कम स्तर 9 अक्टूबर को ₹75,060 दर्ज किया गया था। यह गिरावट तब आई थी जब सरकार ने सीमा शुल्क में कटौती की घोषणा की थी। वर्तमान में, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के अनुसार, 5 दिसंबर के लिए सोने की वायदा कीमत भी 0.11% की गिरावट के साथ ₹78,778 पर आ गई है। इससे स्पष्ट होता है कि दीवाली के बाद मांग में कमी से सोने की कीमतों में गिरावट आई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति
सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों की बात करें तो, ब्लूमबर्ग के मुताबिक, सोमवार को यह $2,741 प्रति औंस रही, जबकि इंट्रा-डे हाई $2,742 दर्ज किया गया। वैश्विक निवेशकों के लिए सोना अब भी एक सुरक्षित विकल्प बना हुआ है। हालांकि, आने वाले हफ्ते में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के चलते सोने की कीमतों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। राजनीतिक घटनाक्रमों का बाजार पर व्यापक असर होता है, जिससे सोने की कीमतों में अस्थिरता आ सकती है।
चांदी की कीमतों में भी गिरावट
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। बुलियन एसोसिएशन के अनुसार, सोमवार सुबह 8:45 बजे तक चांदी की घरेलू कीमत ₹95,760 रही। त्योहारी सत्र के दौरान चांदी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी गई थी, जब यह ₹88,000 से ऊपर बनी रही और इस महीने ₹1,00,180 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी। हालाँकि, MCX के अनुसार, 5 दिसंबर के लिए चांदी की वायदा कीमत भी फिसलकर ₹95,460 पर आ गई है।
बाजार में भविष्य के संकेत
विश्लेषकों का मानना है कि घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में आगामी दिनों में कुछ उतार-चढ़ाव संभव है। त्योहारी सत्र के बाद की स्थिति के कारण और वैश्विक आर्थिक हालात के प्रभाव से यह संभावित है। सोने और चांदी के निवेशकों के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि वे बाजार की गतिविधियों पर ध्यान दें और आवश्यकतानुसार अपने निवेश को समायोजित करें।
अंततः, त्योहारी सत्र के बाद सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट ने घरेलू बाजार को कुछ स्थिरता दी है। त्यौहारों के समय सोने की बढ़ती मांग ने कीमतों को ऊंचाई पर पहुँचाया था, लेकिन अब खरीद में कमी ने कीमतों को नीचे लाने का काम किया है। आने वाले दिनों में आर्थिक और राजनीतिक घटनाक्रमों का प्रभाव इन धातुओं की कीमतों पर पड़ता रहेगा, जिसे निवेशकों को ध्यान में रखना होगा।