
गूगल ने साइबर सिक्योरिटी फर्म Wiz को 32 बिलियन डॉलर (करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये) में खरीदने का करार किया है। यह सौदा तकनीकी जगत के सबसे बड़े अधिग्रहणों में से एक माना जा रहा है।
पहले जुलाई 2023 में गूगल ने Wiz को 23 बिलियन डॉलर में खरीदने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन बाद में यह बढ़ाकर 32 बिलियन डॉलर कर दिया गया। यह डील खासतौर पर इसलिए चर्चा में रही क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद यह सौदा तेजी से आगे बढ़ा।
Wiz क्यों है गूगल के लिए महत्वपूर्ण?
गूगल अपनी सेवाओं के विस्तार की रणनीति पर लगातार काम कर रहा है, और Wiz का अधिग्रहण उसी दिशा में एक बड़ा कदम है। Wiz को खरीदने की सबसे बड़ी वजह यह है कि यह कंपनी क्लाउड सिक्योरिटी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही है।
Wiz की सालाना ग्रोथ 70% के करीब है।
इसका वार्षिक राजस्व 700 मिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है।
यह क्लाउड सिक्योरिटी के मामले में अग्रणी कंपनियों में से एक है।
गूगल इसे अपने क्लाउड प्लेटफॉर्म को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए उपयोग करेगा।
Wiz का अधिग्रहण करके गूगल अपने साइबर सुरक्षा नेटवर्क को मजबूत करना चाहता है, जिससे यूजर्स को ज्यादा सुरक्षित सेवाएं दी जा सकें।
ट्रंप प्रशासन और सौदे की तेजी
डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद यह डील और भी तेजी से आगे बढ़ी।
20 जनवरी 2025 को ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद इस अधिग्रहण को लेकर चर्चाएं फिर शुरू हो गईं। ट्रंप प्रशासन की कुछ नई नियुक्तियों के कारण Google और Wiz को भरोसा था कि वे नियामकीय बाधाओं को आसानी से पार कर लेंगे।
एंड्रू फर्ग्यूसन को फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) का चेयरमैन बनाया गया।
गेल स्लेटर को न्याय विभाग (DOJ) में एंटीट्रस्ट मामलों का प्रमुख नियुक्त किया गया।
इन नियुक्तियों के बाद गूगल और Wiz को उम्मीद थी कि इस डील को जल्दी से मंजूरी मिल जाएगी, और वही हुआ।
गूगल का विस्तार जारी
गूगल पिछले कुछ सालों से अपने विस्तार की रणनीति पर काम कर रहा है। Wiz का अधिग्रहण इस रणनीति का हिस्सा है। गूगल के खिलाफ चल रहे मुकदमों और रेगुलेटरी जांच के बावजूद कंपनी अपनी ग्रोथ पर फोकस कर रही है।
इस सौदे में गूगल और Wiz के कुछ शीर्ष अधिकारियों की अहम भूमिका रही, जिन्होंने बातचीत को अंतिम रूप दिया और डील को सफल बनाया।
क्या होगा आगे?
इस अधिग्रहण के बाद गूगल की क्लाउड सिक्योरिटी और मजबूत होगी, जिससे बिजनेस और आम यूजर्स को ज्यादा सुरक्षित सेवाएं मिलेंगी। Wiz की तकनीक गूगल को प्रतिस्पर्धी कंपनियों से आगे बढ़ने में मदद करेगी।
अब देखना यह होगा कि यह सौदा साइबर सिक्योरिटी और टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री पर कितना असर डालता है। लेकिन यह साफ है कि गूगल लगातार अपनी सेवाओं को मजबूत करने के लिए नए अधिग्रहण कर रहा है, और Wiz इसमें एक बड़ा कदम है।