
पंजाब के किसानों के लिए खुशखबरी है! राज्य की अनाज मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद ज़ोरों पर चल रही है। जैसे ही रबी सीज़न की फसलें तैयार हुईं, मंडियों में गेहूं की आवक तेज़ हो गई है। इस बार किसानों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए सरकार ने पहले से ही सभी जरूरी तैयारियां कर रखी हैं।
सरकार की ओर से पुख्ता इंतजाम
पंजाब सरकार ने साफ किया है कि इस बार मंडियों में हर किसान को उचित दाम, समय पर भुगतान और बिना किसी अड़चन के बिक्री का भरोसा दिया जाएगा। मंडियों में सफाई, तौल व्यवस्था, बारदाना, पेयजल और ट्रॉली पार्किंग जैसे इंतज़ाम पूरी तरह से सक्रिय कर दिए गए हैं।
फसल की तुलाई से लेकर उसके उठाव और भुगतान तक की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। किसानों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क और मंडी अधिकारियों की टीमें तैनात की गई हैं, जो मौके पर ही समाधान देंगी।
किसानों के चेहरों पर खुशी
सरकारी खरीद शुरू होते ही किसानों में उत्साह देखा जा रहा है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार बिना देरी के भुगतान मिलेगा और फसल का वाजिब मूल्य मिलेगा। कई किसान तो यह कहते सुने गए कि “सरकार ने वाकई इस बार मंडियों को किसान-हितैषी बना दिया है।”
पंजाब की मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद की शुरुआत एक सकारात्मक संकेत है। इससे किसानों को आर्थिक संबल मिलेगा और फसल बेचने का अनुभव बेहतर होगा। सरकार और प्रशासन की साझा कोशिशों से यह प्रक्रिया सुचारु रूप से आगे बढ़ रही है, जो कि पंजाब के कृषि क्षेत्र के लिए एक सराहनीय कदम है।