
पंजाब सरकार ने जनता की समस्याओं को सीधे सुनने और उनका जल्द समाधान करने के लिए “सरकार आपके द्वार” नामक नई मुहिम शुरू की है। इस योजना के तहत, हर जिले के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) हफ्ते में चार दिन गांवों और शहरों का दौरा करेंगे और लोगों की शिकायतें सुनेंगे।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस योजना से आम जनता को बहुत लाभ होगा। सरकार चाहती है कि लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाए और इसके लिए शनिवार, रविवार, सोमवार और मंगलवार को डीसी अलग-अलग स्थानों का दौरा करेंगे। जिस गांव या शहर में डीसी का दौरा होगा, उसकी जानकारी पहले ही सार्वजनिक कर दी जाएगी ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
समस्याएं सुनने के लिए खुली बैठकें होंगी
डीसी हर दौरे में 3-4 जगहों पर खुली बैठकें करेंगे और वहां के लोगों से सीधा फीडबैक लेंगे। लोगों की शिकायतों को मौके पर ही हल करने की कोशिश की जाएगी और यदि तुरंत समाधान संभव नहीं हुआ तो इसे सरकार तक पहुंचाया जाएगा। सरकार इन रिपोर्ट्स के आधार पर आगे की रणनीति तैयार करेगी।
जनता की भागीदारी होगी जरूरी
वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि समस्याओं का समाधान तभी संभव है जब उन्हें ठीक से सुना जाए। अक्सर समस्या बताने वाले के पास उसका हल भी होता है, इसलिए जनता की भागीदारी जरूरी है। इस मुहिम के तहत, डीसी सिर्फ सरकारी योजनाओं का प्रचार नहीं करेंगे, बल्कि लोगों से मिलकर यह भी जानेंगे कि वे योजनाओं से कितना संतुष्ट हैं।
स्वास्थ्य सुविधाओं और शिक्षा की भी होगी समीक्षा
डीसी सिर्फ शिकायतें सुनने तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, सफाई व्यवस्था और नशा विरोधी मुहिम की भी समीक्षा करेंगे। विशेष रूप से, सरकारी मोहल्ला क्लीनिकों और स्वास्थ्य केंद्रों में दी जा रही सुविधाओं का फीडबैक लिया जाएगा।
इसके अलावा, स्कूलों की स्थिति, साफ-सफाई की व्यवस्था और युवाओं को नशे से दूर करने के लिए चल रही सरकारी योजनाओं की भी जांच की जाएगी। डीसी यह देखेंगे कि नशा विरोधी मुहिम का जमीनी स्तर पर क्या असर हो रहा है और लोग इससे कितना जुड़ रहे हैं।
शनिवार और रविवार का दिन क्यों चुना गया?
सरकार ने शनिवार और रविवार को दौरा करने का फैसला इसलिए लिया है ताकि नौकरीपेशा और व्यापारी वर्ग के लोग भी अपनी समस्याएं डीसी के सामने रख सकें। अक्सर कामकाज में व्यस्त रहने के कारण लोग सरकारी अधिकारियों तक अपनी बात नहीं पहुंचा पाते, लेकिन अब वे छुट्टी के दिन भी अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे।
सरकार का मकसद: जनता तक सीधी पहुंच
सरकार चाहती है कि हर नागरिक की समस्याओं का समाधान बिना किसी देरी के किया जाए। इस योजना का मुख्य उद्देश्य भ्रष्टाचार को खत्म करना, सरकारी योजनाओं की प्रभावशीलता बढ़ाना और जनता के बीच विश्वास पैदा करना है।
वित्त मंत्री चीमा ने बताया कि मुख्य सचिव ने सभी डीसी को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करें।
लोगों को मिलेगा बड़ा फायदा
“सरकार आपके द्वार” मुहिम से लोगों को अब अपने जिले के डीसी तक पहुंचने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। सरकार खुद जनता के दरवाजे तक आएगी और उनकी समस्याओं का समाधान करेगी।
इस पहल से पंजाब में प्रशासनिक व्यवस्था और ज्यादा पारदर्शी व प्रभावी होगी। सरकार को भी पता चलेगा कि कौन-कौन सी योजनाएं ठीक से चल रही हैं और किन्हें सुधारने की जरूरत है।
इस नई पहल के बाद लोगों में सरकार के प्रति विश्वास और अधिक बढ़ेगा और उनकी समस्याओं का समाधान भी जल्दी होगा।