
पंजाब में नशे के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम ‘युद्ध नशों के विरुद्ध’ के तहत सख्त कार्रवाई करते हुए महिला कांस्टेबल अमनदीप कौर को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।
कैसे पकड़ी गई अमनदीप कौर?
आईजी हेडक्वार्टर डॉ. सुखचैन सिंह गिल ने जानकारी देते हुए बताया कि बठिंडा पुलिस की टीम ने अमनदीप कौर को 17.71 ग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था। वह एक काले रंग की थार गाड़ी में सवार थी, जिसे पुलिस ने तुरंत जब्त कर लिया।
सरकार का सख्त रुख: नशे में लिप्त कर्मचारियों की छुट्टी
सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि यदि कोई पुलिस कर्मचारी नशे से जुड़े मामलों में पकड़ा जाता है, तो उसे तुरंत नौकरी से हटा दिया जाएगा। इसी के तहत मानसा के एसएसपी भागीरथ मीणा ने अमनदीप कौर को बर्खास्त करने की कार्रवाई की।
पुलिस कर रही गहराई से जांच
पुलिस टीम अब यह भी जांच कर रही है कि अमनदीप कौर के पास कोई अवैध संपत्ति तो नहीं है। यदि कोई गैरकानूनी संपत्ति पाई गई, तो कानून के तहत कड़ी कार्रवाई होगी।
अमनीत कोंडल को सौंपी गई जांच
बठिंडा के एसएसपी अमनीत कोंडल को इस मामले की गहराई से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें यह पता लगाना है कि अमनदीप कौर के संबंध किन-किन लोगों से थे और क्या इस मामले में कोई बड़ा गिरोह शामिल है।
सरकार की चेतावनी: नशे के सौदागरों को नहीं मिलेगी राहत
पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।
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यदि कोई सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी नशे में लिप्त पाया गया, तो उसे तुरंत नौकरी से हटा दिया जाएगा।
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पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि वे नशे के मामलों में शामिल हर व्यक्ति की संपत्ति की जांच करें।
नशे के खिलाफ मुहिम और कड़ी होगी
इस कार्रवाई के बाद पंजाब में नशे के खिलाफ मुहिम और तेज हो सकती है। पुलिस अब हर संदिग्ध पुलिसकर्मी, अधिकारी और आम नागरिक पर पैनी नजर रख रही है।
अमनदीप कौर की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी यह दिखाती है कि पंजाब सरकार नशे के मामलों में किसी को भी बख्शने के मूड में नहीं है। अगर कोई सरकारी कर्मचारी नशे की तस्करी में शामिल पाया जाता है, तो उसकी नौकरी जाना तय है। इस कार्रवाई से अन्य पुलिसकर्मियों और सरकारी अधिकारियों को भी चेतावनी मिल गई है कि वे किसी भी गलत काम में शामिल न हों।