लुधियाना स्थित पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के मैदान में 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समागम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने ध्वजारोहण किया और तिरंगे को सलामी दी। इसके बाद उन्होंने परेड टुकड़ियों से भी सलामी ली। समागम में स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने अपनी सांस्कृतिक कला का प्रदर्शन किया, जो उपस्थित जनसमूह के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गया।
समागम के दौरान संबोधित करते हुए राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि आज का दिन हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने का है, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना हमें स्वतंत्रता दिलाई और देश को एक नई दिशा दी। उन्होंने महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और लाखों भारतीयों का उल्लेख करते हुए उनके योगदान को सलाम किया। राज्यपाल ने कहा कि आज हम उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिनकी मेहनत और बलिदान से भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुई।
इस खास मौके पर राज्यपाल द्वारा टैंकों की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया। समागम में इस बार कुल 17 विशेष झांकियों का प्रदर्शन किया गया, जो विभिन्न सरकारी विभागों और संस्थाओं की उपलब्धियों को दर्शाती थीं। पहली बार इस समारोह में भारतीय सेना के जवानों ने मार्शल आर्ट्स का प्रदर्शन भी किया, जो दर्शकों के लिए खास आकर्षण रहा।
समारोह के दौरान मार्च पास्ट में पंजाब पुलिस और एनसीसी की विभिन्न टुकड़ियों ने भाग लिया और शानदार प्रदर्शन किया। सुरक्षा के मद्देनज़र, शहर में 1500 से ज्यादा पुलिस जवान तैनात किए गए थे, ताकि समागम के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
गणतंत्र दिवस के इस आयोजन ने न केवल पंजाब के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता और भाईचारे का संदेश दिया, बल्कि यह स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले महापुरुषों के योगदान को भी सम्मानित किया। यह समारोह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण था, जहां देश की एकता, अखंडता और विविधता का पर्व मनाया गया।