दिड़बा, पंजाब: पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज दिड़बा स्थित शहीद बचन सिंह खेल स्टेडियम से ‘खेड़ा वतन पंजाब दीयां’ सीजन-3 के अंतर्गत कबड्डी नेशनल स्टाइल की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने और राज्य में नशा मुक्त समाज की स्थापना के उद्देश्य से इस अभियान की प्रशंसा की गई।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने इन खेल आयोजनों के जरिए राज्य के युवाओं को खेल गतिविधियों से जोड़ने और उन्हें नशे जैसी बुरी आदतों से दूर रखने का सफल प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि यह खेल महाकुंभ अब अपने तीसरे सीजन में है और इसे राज्य भर में जबरदस्त उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।
खेलों के जरिए नशे के खिलाफ लड़ाई
हरपाल सिंह चीमा ने अपने संबोधन में कहा, “नशे के खात्मे के लिए खेल एक मजबूत माध्यम हैं। खेल न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखते हैं, बल्कि युवाओं को एक सकारात्मक दिशा भी प्रदान करते हैं। हमारी सरकार खेलों के जरिए पंजाबियों को नशामुक्त समाज की ओर ले जाने का प्रयास कर रही है।” उन्होंने यह भी बताया कि नशे के खात्मे के लिए सरकार अन्य उपायों पर भी गंभीरता से काम कर रही है।
इंडोर स्टेडियम निर्माण की घोषणा
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि दिड़बा का यह स्टेडियम, जिसने कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को तैयार किया है, जल्द ही और भी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा। उन्होंने घोषणा की कि यहां 11 खेलों के लिए एक विश्वस्तरीय इंडोर स्टेडियम बनाया जाएगा, जिसके लिए सात करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा, जिससे खिलाड़ियों को और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
प्रतियोगिता का औपचारिक शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत में कैबिनेट मंत्री ने पंजाब खेल विभाग का झंडा लहराने की रस्म अदा की। इसके बाद मार्च पास्ट द्वारा मुख्य अतिथि को सलामी दी गई और सभी खिलाड़ियों ने खेलों को ईमानदारी और खेल भावना से खेलने की शपथ ली। यह आयोजन महिला और पुरुष खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग तिथियों में निर्धारित किया गया है। महिला खिलाड़ियों के मुकाबले 16 से 18 नवंबर तक चलेंगे जबकि पुरुष खिलाड़ियों के लिए मुकाबले 19 से 21 नवंबर तक आयोजित किए जाएंगे।
अन्य खेल आयोजनों की जानकारी
‘खेड़ा वतन पंजाब दीयां’ अभियान के तहत कबड्डी के अलावा अन्य खेल प्रतियोगिताएं भी राज्यभर में चल रही हैं। वेटलिफ्टिंग की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं सुनाम में आयोजित की जा रही हैं, जबकि संगरूर में वुशु और रोलर स्केटिंग के मुकाबले हो रहे हैं। इस महाकुंभ में पूरे राज्य के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में कई प्रमुख हस्तियां और अधिकारी शामिल हुए। इनमें एसडीएम प्रमोद सिंगला, कैबिनेट मंत्री के ओएसडी तपिंदर सिंह सोही, मिल्कफेड पंजाब के चेयरमैन नरेंद्र सिंह शेरगिल, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन प्रीतम सिंह पीतू, जिला खेल अधिकारी नवदीप सिंह, पद्मश्री स्वर्गीय कौर सिंह की धर्मपत्नी बलजीत कौर, और अंतरराष्ट्रीय कबड्डी कोच स्वर्गीय गुरमेल सिंह की धर्मपत्नी परमजीत कौर शामिल थीं। इनके अलावा, विभिन्न खेलों के कोच और राज्य भर से आए खिलाड़ी भी मौजूद रहे।
खेलों से बढ़ रही राज्य की साख
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि ‘खेड़ा वतन पंजाब दीयां’ जैसे आयोजन राज्य की खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा, “पंजाब के खिलाड़ियों ने हमेशा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है। इन आयोजनों से नई प्रतिभाओं को मंच मिलेगा और युवा पीढ़ी को प्रोत्साहन मिलेगा।”
सरकार की खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की नीति
पंजाब सरकार ने खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए हैं, बल्कि खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता और प्रेरणा प्रदान करने के लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं। राज्य के हर जिले में इस तरह के आयोजन किए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इनसे जोड़ा जा सके।
‘खेड़ा वतन पंजाब दीयां’ का यह तीसरा सीजन न केवल खेलों को बढ़ावा देने का एक प्रयास है, बल्कि इसे नशामुक्त और स्वस्थ समाज की दिशा में उठाया गया एक मजबूत कदम भी माना जा रहा है। खेलों के जरिए युवाओं को एक नई दिशा देने और उन्हें जीवन के सकारात्मक उद्देश्यों से जोड़ने का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है।