
पंजाब विधानसभा के सत्र के दौरान विधायक कुंवर विजय प्रताप ने शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैस से सवाल किया कि क्या गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के अकादमिक स्तर को सुधारने और अपडेट करने की कोई योजना है? इस पर शिक्षा मंत्री ने जवाब देते हुए बताया कि हर साल यूनिवर्सिटी में नए कोर्स जोड़े जा रहे हैं और शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाया जा रहा है।
यूनिवर्सिटी में 15 नए कोर्स और आधुनिक शिक्षा प्रणाली
मंत्री हरजोत सिंह बैस ने बताया कि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में 15 नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। इसके अलावा, डुअल डिग्री प्रोग्राम, विदेशी यूनिवर्सिटियों के साथ सहयोग, मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट सिस्टम भी लागू किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस साल के बजट में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के लिए 1600 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इससे यूनिवर्सिटी को केवल डिग्री देने तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि रिसर्च और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर भी ध्यान दिया जाएगा।
यूनिवर्सिटी में होगी AI लैब और रिसर्च पर जोर
मंत्री ने बताया कि यूनिवर्सिटी में पहले से ही AI लैब मौजूद है, जहां रिसर्च को और आगे बढ़ाया जाएगा। उनका कहना था कि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी देश की नंबर 1 सरकारी यूनिवर्सिटी बन चुकी है।
स्कूली छात्रों के लिए भी नई योजना – हुनर स्कूल शुरू होंगे
मंत्री बैस ने आगे बताया कि स्कूली छात्रों के लिए 40 नए हुनर स्कूल खोले जा रहे हैं। इस योजना के तहत, अगर कोई छात्र 10वीं या 12वीं पास करता है, तो उसे डिग्री के साथ-साथ हुनर का सर्टिफिकेट भी मिलेगा। इससे छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ व्यवसायिक प्रशिक्षण (Vocational Training) भी मिलेगी, जिससे उन्हें आगे नौकरी पाने में मदद मिलेगी।
महारा रणजीत सिंह टेक्निकल यूनिवर्सिटी में नई पढ़ाई व्यवस्था
मंत्री ने यह भी घोषणा की कि महाराजा रणजीत सिंह टेक्निकल यूनिवर्सिटी, बठिंडा में देश का पहला इंजीनियरिंग कोर्स शुरू किया जा रहा है, जिसमें 80% पढ़ाई इंडस्ट्री में होगी।
इंजीनियरिंग छात्रों के लिए होगा मेडिकल जैसी पढ़ाई का सिस्टम
उन्होंने बताया कि जिस तरह MBBS के छात्र अस्पतालों में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग करते हैं, उसी तरह अब इंजीनियरिंग छात्रों को भी इंडस्ट्री में ज्यादा समय बिताने का मौका मिलेगा।
उदाहरण के तौर पर:
-
MBBS छात्र 2 घंटे क्लासरूम में पढ़ाई करते हैं और 10 घंटे अस्पताल में मरीजों का इलाज करते हैं।
-
अब इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए भी ऐसा ही सिस्टम लागू किया जाएगा, जिससे वे थ्योरी के साथ-साथ इंडस्ट्री में प्रैक्टिकल अनुभव भी हासिल कर सकें।
-
इससे छात्रों को बेहतर नौकरी और अच्छी सैलरी मिलने की संभावना बढ़ेगी।
नए बदलावों से शिक्षा में होगा सुधार
पंजाब सरकार के इन नए कदमों से यूनिवर्सिटी और स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार होगा और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं और अवसर मिलेंगे। खासकर, रिसर्च और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर जोर देकर पंजाब को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इन योजनाओं का छात्रों और शिक्षा व्यवस्था पर क्या असर पड़ता है और सरकार कब तक इन्हें पूरी तरह लागू करती है।