
पंजाब के कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने संत बलबीर सिंह सीचेवाल को लेकर दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा में कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाने के बाद यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है। बैंस ने कहा कि संत सीचेवाल, श्री गुरु नानक देव जी के बताए मार्ग पर चलने वाले सच्चे पर्यावरण प्रेमी और समाजसेवी हैं, लेकिन उन्हें ठेकेदार कहकर अपमानित किया गया, जो बेहद दुखद है।
संत सीचेवाल का योगदान
हरजोत बैंस ने बताया कि संत सीचेवाल ने 1999 में सीचेवाल मॉडल बनाया, जो आज पूरे देश में प्रसिद्ध है। साल 2000 में उन्होंने श्री गुरु नानक देव जी की पवित्र काली बेईं नदी को 16 वर्षों तक लगातार सफाई अभियान चलाकर पुनर्जीवित किया। आज यह नदी एकदम स्वच्छ है, और लोग इसमें स्नान करते हैं।
बैंस ने यह भी बताया कि देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम दो बार संत सीचेवाल से मिलने आए थे। कलाम साहब ने खुद कहा था कि हर राज्य को ऐसा संत और ऐसा मॉडल मिलना चाहिए।
संत सीचेवाल का मिशन और संघर्ष
हरजोत बैंस ने कहा कि संत सीचेवाल जब राज्यसभा पहुंचे थे, तब उन्होंने एक ही वादा किया था – वह सिर्फ पर्यावरण, देश की नदियों और पानी की समस्याओं पर बात करेंगे। उन्होंने बताया कि नवंबर 2024 से संत सीचेवाल लगातार बूढ़े दरिया (पुरानी नदियों) के पुनर्जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
बैंस ने यह भी कहा कि अगर हम संत सीचेवाल के योगदान की कद्र नहीं करेंगे, तो हम सब कुछ खो देंगे। उन्होंने पंजाब के लोगों से संत सीचेवाल के प्रयासों को समर्थन देने की अपील की।
भगत सिंह और बाजवा पर तीखा वार
कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शहीद-ए-आजम भगत सिंह को सबसे ज्यादा सम्मान देती है।
बैंस ने कहा, “हमारे सरकारी दफ्तरों में भगत सिंह की तस्वीरें लगी हैं, मेडिकल कॉलेज का नाम उनके नाम पर रखा जा रहा है। अस्पतालों, स्कूलों, हर जगह आम आदमी पार्टी ने भगत सिंह की फोटो लगाई है। लेकिन बाजवा जैसे नेताओं के घरों में शायद ही भगत सिंह की तस्वीर होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि अगर हम ऐसे महान समाज सेवकों और शहीदों की इज्जत नहीं करेंगे, तो हमारी सभ्यता और संस्कृति खतरे में पड़ जाएगी।
हरजोत सिंह बैंस ने संत सीचेवाल का अपमान करने वाले बयान की कड़ी आलोचना की और कहा कि प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ विधानसभा में निंदा प्रस्ताव लाना जरूरी था। उन्होंने पंजाब के लोगों से संत सीचेवाल के प्रयासों में सहयोग देने और पर्यावरण बचाने के इस संघर्ष में शामिल होने की अपील की।