किसानों के हक की मांगों को लेकर पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल अनशन पर बैठे हैं। उनका मरण व्रत किसानों की समस्याओं और उनके समाधान के लिए केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास है। डल्लेवाल की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति ने किसानों और राजनीतिक नेताओं के बीच चिंता पैदा कर दी है।
हरपाल सिंह चीमा की अपील
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह 14 फरवरी की प्रतीक्षा किए बिना तुरंत किसानों से बातचीत शुरू करे। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दों का समाधान समय रहते किया जाना चाहिए ताकि गंभीर स्थिति पैदा न हो। चीमा ने डल्लेवाल की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार को इस मामले में संवेदनशीलता दिखाने की मांग की।
किसानों की मुख्य मांगे
किसानों की प्रमुख मांगों में फसलों के उचित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी, कर्ज माफी, और खेती से संबंधित कानूनों में सुधार शामिल हैं। इसके अलावा, किसानों ने बिजली के बिलों में छूट और बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओं में हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग भी उठाई है।
किसानों के समर्थन में बढ़ती आवाज
जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरण व्रत ने केवल पंजाब में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में किसानों के अधिकारों की आवाज को बुलंद कर दिया है। विभिन्न किसान संगठनों और राजनीतिक दलों ने उनके समर्थन में बयान जारी किए हैं।
केंद्र सरकार से समाधान की उम्मीद
हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि किसानों की मांगों को गंभीरता से सुना जाए और उन्हें प्राथमिकता दी जाए। सरकार के संवेदनशील रवैये से किसानों का विश्वास बहाल होगा और समस्याओं का स्थायी समाधान संभव होगा।
निष्कर्ष
किसानों की मांगें न केवल उनके जीवन और आजीविका से जुड़ी हैं, बल्कि देश की कृषि व्यवस्था को भी प्रभावित करती हैं। केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर तुरंत कदम उठाकर किसानों के साथ मिलकर समाधान की दिशा में काम करना चाहिए ताकि देश की अर्थव्यवस्था और कृषि क्षेत्र मजबूत हो सके।