9 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी और सेंसेक्स दोनों प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ। निफ्टी, जो सप्ताहिक मियाद के अंत पर था, 162.45 अंक यानी 0.69% गिरकर 23,526.50 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, सेंसेक्स 528.28 अंक यानी 0.68% गिरकर 77,620.21 पर आकर बंद हुआ।
आज के दिन निफ्टी 50 के 16 स्टॉक्स में तेजी देखी गई, जबकि 34 स्टॉक्स गिरावट के साथ बंद हुए। इस गिरावट के बावजूद, केवल एक स्टॉक यानी एशियन पेंट्स स्थिर रहा। सेंसेक्स 30 में से 9 स्टॉक्स में उछाल आया जबकि 21 स्टॉक्स गिरावट के साथ बंद हुए। इन गिरावटों के कारण निवेशकों में घबराहट का माहौल बना हुआ था।
आज के कारोबार में, FMCG के अलावा बाकी सभी सेक्टर्स ने नकारात्मक प्रदर्शन किया। निफ्टी रियल्टी और निफ्टी एनर्जी सेक्टर को सबसे अधिक नुकसान हुआ। एनर्जी सेक्टर में ओएनजीसी, बीपीसीएल और कोल इंडिया में 2-3% की गिरावट रही। वहीं, निफ्टी बैंक 331 अंक गिरकर 49,503 के स्तर पर बंद हुआ, जो कि एक महत्वपूर्ण गिरावट थी।
इसके अलावा, सेंसेक्स ने 78,206 के स्तर पर खुलकर 77,880 के स्तर तक गिरने में कामयाबी पाई। निफ्टी भी 23,674 के स्तर पर खुला और इसके बाद 23,607 तक गिर गया। बैंकों के सूचकांक, जिनमें मुख्य रूप से पब्लिक सेक्टर बैंक्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शामिल थे, ने भी नकारात्मक रुख दिखाया। बैंक निफ्टी 49,712 के स्तर पर खुला और फिर 49,486 के स्तर तक गिर गया।
कुछ बड़े शेयरों में खास गिरावट देखने को मिली, जिनमें एलटी, एसबीआई, ट्रेंट, बीपीसीएल, और ओएनजीसी प्रमुख थे। इन कंपनियों के शेयरों में 1-3% की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी तरफ, कुछ कंपनियों के शेयरों में बढ़त भी देखने को मिली, जिनमें कोटक बैंक, बजाज ऑटो, हिंडाल्को, एमएम, और श्रीराम फाइनेंस शामिल थे। इन स्टॉक्स ने 1-2% का उछाल देखा।
आज के गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में मचे उतार-चढ़ाव और घरेलू बाजारों में निवेशकों का सावधानीपूर्वक रुख था। घरेलू आर्थिक आंकड़ों और विदेशी निवेशकों की मंशा के बीच असमंजस की स्थिति थी, जिसने बाजारों को प्रभावित किया। खासकर रियल्टी और ऊर्जा सेक्टर में जारी दबाव ने बाजार को नीचे खींचा।
अब निवेशकों का ध्यान आने वाले दिनों में केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति, वैश्विक संकेतों और कंपनियों के तिमाही परिणामों पर केंद्रित होगा। इन कारकों के आधार पर बाजार में आने वाले दिनों में और अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
निफ्टी और सेंसेक्स के खराब प्रदर्शन ने निवेशकों को सतर्क किया है और आने वाले दिनों में शेयर बाजारों के भविष्य पर गंभीर सवाल उठाए हैं।