सोमवार, 13 जनवरी को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सैंसेक्स 1,048.90 अंक यानी 1.36% की गिरावट के साथ 76,330.01 के स्तर पर बंद हुआ। इस गिरावट के कारण सैंसेक्स के 30 में से 4 स्टॉक में बढ़ोतरी और 46 में गिरावट दर्ज की गई। दूसरी तरफ निफ्टी 345.55 अंक यानी 1.47% गिरकर 23,085.95 पर बंद हुआ। निफ्टी के 50 स्टॉक में से 4 में बढ़ोतरी जबकि 46 में गिरावट देखी गई। इस गिरावट के चलते बाजार में असमंजस की स्थिति बनी रही, और निवेशकों ने सतर्कता के साथ ट्रेडिंग की।
बाजार में व्यापक गिरावट के कारण
इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में गिरावट था। शु्क्रवार 10 जनवरी को एशियाई बाजारों में भी गिरावट दर्ज की गई थी। जापान का नीकई 1.05% गिरा, जबकि कोरिया का कोस्पी 1.21% और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.45% गिरा। इसके अलावा अमेरिकी बाजारों में भी पिछले हफ्ते गिरावट आई थी, जहां डाओ जोंस 1.63%, S&P 500 1.54% और नैस्डैक 1.63% गिरा।
विदेशी निवेशकों का प्रभाव
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, 10 जनवरी को विदेशी निवेशकों (FII) ने 2,254.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों (DII) ने 3,961.92 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस विपरीत प्रवृत्ति का असर बाजार पर देखा गया, जहां गिरावट को दबाने के लिए घरेलू निवेशकों ने खरीदारी की, लेकिन विदेशी निवेशकों के द्वारा की गई बिकवाली ने बाजार को नीचे धकेल दिया।
सैंसेक्स और निफ्टी के स्टॉक पर असर
सैंसेक्स के 30 में से 5 स्टॉक में वृद्धि हुई, लेकिन 25 में गिरावट आई। निफ्टी के 50 स्टॉक में से 6 में वृद्धि जबकि 44 में गिरावट देखी गई। एनएसई के सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी रियल्टी सबसे ज्यादा गिरा, जिसमें 5.49% की गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 3.60%, मीडिया 3.21%, मेटल 2.52% और निफ्टी ऑटो में 1.99% की गिरावट आई।
आने वाले हफ्तों में क्या हो सकता है?
इस गिरावट के बीच विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ हफ्तों में बाजार में सुधार देखने को मिल सकता है। हालांकि, वैश्विक स्थिति, विशेष रूप से अमेरिकी और एशियाई बाजारों की दिशा, भारत के शेयर बाजारों को प्रभावित कर सकती है। निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।
पिछले हफ्ते की भी गिरावट
पिछले हफ्ते (10 जनवरी) में भी बाजार में गिरावट आई थी, जहां सैंसेक्स 241 अंक गिरकर 77,378 पर बंद हुआ था। निफ्टी भी 95 अंक गिरकर 23,431 पर बंद हुआ था। बीएसई के स्मॉलकैप इंडेक्स में भी 1,298 अंकों की गिरावट आई और यह 52,722 पर बंद हुआ।
भारत का शेयर बाजार इस समय भारी गिरावट का सामना कर रहा है। वैश्विक बाजारों के कमजोर संकेतों, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और घरेलू बाजार की अस्थिरता के कारण सैंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट आई है। हालांकि, घरेलू निवेशकों की खरीदारी ने गिरावट को कुछ हद तक सीमित किया है। आने वाले दिनों में बाजार की स्थिति और बेहतर हो सकती है, लेकिन वैश्विक घटनाक्रमों का असर जारी रहेगा।