रांची: झारखंड के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में गुरुवार, 28 नवंबर को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे .
शपथ से पहले भावुक संदेश
शपथ ग्रहण से पहले, हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर झारखंड की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “आज का दिन ऐतिहासिक होगा—हमारे संघर्ष, प्रेम-भाईचारे और न्याय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करने का। झारखंड की महान धरती हमेशा संघर्ष और परिवर्तन की प्रतीक रही है। हमारे पूर्वजों—भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, शेख भिखारी और अन्य वीरों—की प्रेरणा हमें हर कदम पर मार्गदर्शन देती है।”
उन्होंने इस मौके को राजनीतिक जीत से परे बताते हुए कहा कि यह दिन सामाजिक न्याय और एकता की भावना को पुनर्जीवित करने का अवसर है। हेमंत सोरेन ने अपने संदेश में झारखंडियत की आवाज को बल देते हुए कहा, “हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। जब-जब हमें पीछे धकेलने की कोशिश की गई, हमने मजबूती के साथ आगे बढ़ने का काम किया।”
सामाजिक संरचना और विकास पर जोर
हेमंत सोरेन ने झारखंड की सामाजिक संरचना में बढ़ती दरारों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उनके नेतृत्व में राज्य को एकजुट रखने की हर संभव कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह समय हमारे पूर्वजों की एकता और उनके संघर्षों से प्रेरणा लेकर झारखंड के हर व्यक्ति को साथ लेकर चलने का है। हमारा संघर्ष अटल है और यह तब तक जारी रहेगा जब तक झारखंड का हर व्यक्ति न्याय और समानता का अनुभव नहीं कर लेता।”
उन्होंने राज्य के समग्र विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उनके अनुसार, झारखंड को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और कृषि क्षेत्र में मजबूत बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है, और उनकी सरकार इन मुद्दों पर प्राथमिकता के साथ काम करेगी।
चुनाव में ऐतिहासिक जीत
23 नवंबर को घोषित हुए झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला। 81 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन को 56 सीटें हासिल हुईं, जिसमें झामुमो को 34, कांग्रेस को 16, और राजद को 4 सीटें मिलीं। यह पहली बार है जब झारखंड में किसी सरकार को दो-तिहाई बहुमत मिला है।
झारखंड के लिए नई दिशा की उम्मीद
झारखंड में यह चुनाव और परिणाम न केवल राजनीतिक बदलाव का प्रतीक है, बल्कि राज्य के भविष्य को लेकर जनता की उम्मीदों का भी संकेत है। नई सरकार से लोगों को रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की बड़ी उम्मीदें हैं। हेमंत सोरेन ने अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनकी सरकार हर क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगी।
इस ऐतिहासिक अवसर पर झारखंड के सभी जिलों से लोग समारोह में शामिल हुए, जो इस बात का संकेत है कि राज्य की जनता इस नई सरकार के साथ खड़ी है। हेमंत सोरेन का यह शपथ ग्रहण समारोह झारखंड की राजनीति और समाज के लिए एक नई दिशा की शुरुआत का प्रतीक बन गया है।