
श्री आनंदपुर साहिब और श्री कीरतपुर साहिब में 10 से 15 मार्च तक होला-मुहल्ला महोत्सव मनाया जा रहा है। यह सिख समुदाय का एक पवित्र और ऐतिहासिक त्योहार है, जिसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पंजाब पुलिस प्रशासन ने बड़े ट्रकों, ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और मोटरसाइकिलों पर स्पीकर के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है।
क्यों लगाया गया स्पीकरों पर प्रतिबंध?
रूपनगर के एस.एस.पी. गुलनीत सिंह खुराना ने जानकारी देते हुए बताया कि 2023 में होला-मुहल्ला के दौरान एक सिख युवक की दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। यह हादसा ट्रैक्टर पर लगे तेज आवाज वाले लाउडस्पीकरों की वजह से हुआ था। इस साल प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तरह सतर्क है।
कौन-कौन से वाहनों पर प्रतिबंध?
होला-मुहल्ला के दौरान श्री आनंदपुर साहिब और श्री कीरतपुर साहिब में इन वाहनों की एंट्री पर रोक होगी:
✅ डबल डेकर ट्रक/वाहन
✅ बड़े स्पीकर लगे ट्रैक्टर-ट्रॉली
✅ प्रेशर हॉर्न वाले मोटरसाइकिल
✅ बिना साइलेंसर के मोटरसाइकिल
एस.एस.पी. ने बताया कि राज्य के सभी जिलों के पुलिस प्रशासन को पहले ही सूचित कर दिया गया है कि वे ट्रक यूनियनों और ग्राम पंचायतों को इस फैसले की जानकारी दें।
ध्वनि प्रदूषण पर भी होगी सख्ती
प्रशासन ने यह भी साफ कर दिया है कि अगर कोई ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करेगा या तेज आवाज में स्पीकर बजाएगा, तो मौके पर ही उसके वाहन से स्पीकर हटा दिए जाएंगे।
एस.एस.पी. ने कहा कि होला-मुहल्ला में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ज्यादा शोर होने से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को परेशानी होती है। इसीलिए यह फैसला लिया गया है ताकि श्रद्धालु शांति से मेले का आनंद ले सकें।
होला-मुहल्ला: सिख परंपरा का प्रतीक
होला-मुहल्ला सिखों का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे गुरु गोबिंद सिंह जी ने शुरू किया था। इसमें घुड़सवारी, गतका (सिख मार्शल आर्ट), कीर्तन, लंगर सेवा और धार्मिक प्रवचन होते हैं।
प्रशासन की अपील है कि श्रद्धालु नियमों का पालन करें और होला-मुहल्ला को सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से मनाने में सहयोग दें।