प्रयागराज: मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ भीड़ उमड़ने से त्रिवेणी संगम पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। देर रात हुई इस घटना में कई महिलाएं दम घुटने से घायल हो गईं, जबकि कुछ श्रद्धालुओं के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है।
कैसे बिगड़े हालात?
मौनी अमावस्या का पुण्य स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु संगम तट पर उमड़ पड़े। जब नागा साधुओं के अमृत स्नान का समय नजदीक आया, तो भीड़ और बढ़ने लगी। इसी दौरान धक्का-मुक्की तेज हो गई, जिससे त्रिवेणी संगम के पास भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। अफरातफरी में कई लोग गिर पड़े, और कुछ महिलाओं की चप्पलें व अन्य सामान बिखर गए।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा
हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने तुरंत ग्रीन कॉरिडोर बनाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने श्रद्धालुओं से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
धर्मगुरु रामभद्राचार्य की अपील
प्रसिद्ध संत रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे भीड़ को देखते हुए संगम पर स्नान टाल दें और शिविरों से बाहर न निकलें। उन्होंने अखाड़ों के साधु-संतों से भी आग्रह किया कि वे अमृत स्नान फिलहाल स्थगित करें।
बड़े अपडेट:
भगदड़ जैसी स्थिति त्रिवेणी संगम पर देर रात उत्पन्न हुई।
13 अखाड़ों ने अमृत स्नान टाला भारी भीड़ के कारण।
पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ से चर्चा की और हालात का जायजा लिया।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, घायलों को अस्पताल भेजा गया।
श्रद्धालुओं से अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम तट पर जाने से बचें और जहां हैं वहीं स्नान करें। साथ ही, किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
प्रयागराज में अगले कुछ दिनों तक भीड़ बनी रहने की संभावना है। सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है ताकि ऐसी स्थिति दोबारा न बने।