
भारत के सबसे ताकतवर बैंक यानी भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के पास कितना पैसा है? यह सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है। अब इसका जवाब खुद RBI ने अपनी ताज़ा सालाना रिपोर्ट में दिया है। इस रिपोर्ट में न केवल RBI के खजाने की पूरी तस्वीर सामने आई है, बल्कि यह भी बताया गया है कि यह पैसा कहां से आया और इसका इस्तेमाल कहां किया जा रहा है।
कितना है RBI के पास कुल पैसा?
RBI की रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च 2025 तक रिज़र्व बैंक के कुल खातों का आकार 76.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह पिछले साल के मुकाबले 8.20% की बढ़ोतरी दर्शाता है। यही नहीं, RBI ने केंद्र सरकार को 2.69 लाख करोड़ रुपये का लाभांश भी दिया है, जो अब तक के सबसे बड़े भुगतान में से एक है।
इतनी संपत्ति कैसे बढ़ी?
RBI की सालाना रिपोर्ट में बताया गया है कि इसके खजाने में बढ़ोतरी के पीछे तीन मुख्य कारण हैं:
1. सोने में निवेश – इसमें सबसे ज़्यादा 52.09% की वृद्धि दर्ज की गई।
2. घरेलू निवेश – इसमें 14.32% की बढ़ोतरी हुई।
3. विदेशी निवेश – इसमें 1.70% की हल्की बढ़त देखी गई।
इससे साफ है कि RBI ने अपनी संपत्ति बढ़ाने के लिए सोने और निवेश के जरिए मजबूत रणनीति अपनाई है।
कमाई और खर्चे का लेखा-जोखा
साल 2024-25 में RBI की कुल आय में 22.77% की बढ़ोतरी हुई, जबकि खर्चों में सिर्फ 7.76% का इज़ाफा हुआ। इस साल RBI ने 2,68,590 करोड़ रुपये का सरप्लस कमाया, जो कि पिछले साल के 2,10,874 करोड़ रुपये से 27.37% ज़्यादा है।
देनदारियां और संपत्तियों में बदलाव
रिपोर्ट के अनुसार:
नोट जारी करने से जुड़ी देनदारियां 6.03% बढ़ीं।
पुनर्मूल्यांकन खाता 17.32% बढ़ा।
अन्य देनदारियां 23.31% तक बढ़ गईं।
31 मार्च 2025 तक RBI की घरेलू संपत्तियों का हिस्सा 25.73% रहा, जबकि विदेशी मुद्रा संपत्ति, सोना और विदेशी संस्थाओं को दिए गए कर्ज़ जैसी विदेशी संपत्तियों का हिस्सा 74.27% रहा।
आपात स्थिति के लिए क्या है तैयारी?
RBI ने आपातकालीन हालात से निपटने के लिए 44,861.70 करोड़ रुपये का विशेष फंड रखा है, जिसे “विशेष आपदा निधि” (Contingency Fund) में तब्दील कर दिया गया है। यह फंड भविष्य में किसी भी वित्तीय संकट से निपटने में मदद करेगा।
RBI की ताज़ा रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि भारतीय रिज़र्व बैंक सिर्फ एक रेगुलेटरी संस्था नहीं, बल्कि देश की आर्थिक रीढ़ है। सोने में निवेश, घरेलू और विदेशी संपत्तियों में समझदारी से किए गए फैसलों की वजह से आज RBI के पास इतना मजबूत खजाना है। इसके साथ ही RBI का सरकार को दिया गया भारी-भरकम लाभांश देश की आर्थिक स्थिति को मज़बूती देने में बड़ा योगदान देगा।