
दक्षिण कोरियाई कार निर्माता कंपनी हुंडई ने भारतीय बाजार के लिए अपना बड़ा प्लान पेश किया है। कंपनी ने जानकारी दी है कि वह वित्त वर्ष 2030 तक भारत में कुल 26 नए कार मॉडल लॉन्च करेगी। इनमें 20 पेट्रोल-डीजल इंजन वाली कारें (ICE) होंगी, जबकि 6 इलेक्ट्रिक वाहन (EV) शामिल होंगे। इसके अलावा, कंपनी भविष्य में हाइब्रिड कारें भी पेश करने की तैयारी में है।
SUV पर रहेगा खास फोकस
हुंडई इंडिया ने बताया कि भारत में SUV कारों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। कंपनी के मुताबिक, हर तीन हुंडई गाड़ियों में से दो SUV होती हैं। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने भारत में कुल 5,98,666 कारें बेचीं, जिनमें से 4,10,200 SUV कारें थीं। इसका मतलब यह है कि SUV का हिस्सा लगभग 68.52% रहा है। इसलिए कंपनी भविष्य में SUV सेगमेंट पर खास ध्यान देने वाली है।
मौजूदा मॉडल और EV की रणनीति
फिलहाल हुंडई के पास भारतीय बाजार में कई पॉपुलर मॉडल हैं जैसे – ग्रैंड i10 निओस, i20, ऑरा, वेन्यू, एक्सटर, क्रेटा, अल्काजर और टक्सन। इसके अलावा इलेक्ट्रिक सेगमेंट में क्रेटा EV और IONIQ 5 जैसे मॉडल भी शामिल हैं।
हुंडई के मैनेजिंग डायरेक्टर अनसू किम ने कहा कि, “हमारी योजना SUV को और भी प्रीमियम और आधुनिक बनाने की है। आने वाले समय में हम पेट्रोल और डीजल के अलावा इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड विकल्पों को भी तेजी से बढ़ाएंगे। हमारा मकसद ग्राहकों को बेहतर तकनीक और वैल्यू फॉर मनी प्रोडक्ट देना है।”
हाइब्रिड कारों पर भी ध्यान
अनसू किम ने बताया कि कंपनी भविष्य में हाइब्रिड गाड़ियां भी लॉन्च करेगी, जो पर्यावरण के अनुकूल होंगी। हालांकि उन्होंने अभी तक किसी खास मॉडल या लॉन्च डेट की जानकारी नहीं दी है।
क्यों जरूरी है ये योजना?
भारत में इस समय हुंडई मारुति सुजुकी के बाद दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी है। लेकिन हाल के महीनों में टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी कंपनियों से मिल रही टक्कर ने हुंडई को अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर कर दिया है। टाटा मोटर्स खास तौर पर इलेक्ट्रिक सेगमेंट में तेजी से आगे बढ़ रही है और महिंद्रा SUV सेगमेंट में मजबूत पकड़ बना चुकी है।
हुंडई की कुछ गाड़ियां जैसे क्रेटा, वेन्यू और एक्सटर आज भी काफी पॉपुलर हैं। लेकिन i10, i20, ऑरा और वेरना जैसे मॉडल काफी समय से बिना किसी बड़े अपडेट के बाजार में मौजूद हैं। ऐसे में कंपनी को अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए नए मॉडल्स और नई टेक्नोलॉजी लानी होगी।
हुंडई की यह रणनीति साफ दिखाती है कि वह भारतीय बाजार को लेकर गंभीर है और भविष्य के ट्रेंड्स – जैसे EV, हाइब्रिड और SUV सेगमेंट – पर फोकस कर रही है। इससे ग्राहकों को ज्यादा विकल्प मिलेंगे और बाजार में प्रतिस्पर्धा और भी दिलचस्प हो जाएगी।