अमन अरोड़ा का प्रताप बाजवा पर हमला: “अगर सच बोल रहे हैं तो सबूत दें, नहीं तो जनता से माफ़ी मांगे”

आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कांग्रेस नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के विवादास्पद बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बाजवा ने हाल ही में दावा किया था कि पंजाब में अब तक 50 बम आ चुके हैं, जिनमें से 18 फट चुके हैं और 32 अभी बाकी हैं। इस बयान को लेकर अरोड़ा ने उन्हें गैर-जिम्मेदाराना और दहशत फैलाने वाला बताया है।
“जनता में डर फैलाने की कोशिश”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमन अरोड़ा ने कहा कि प्रताप बाजवा का यह बयान न केवल पंजाब की शांति और कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि इससे जनता में डर का माहौल भी बनता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाजवा का मकसद सिर्फ राजनीतिक फायदा उठाना है, न कि राज्य की सुरक्षा में मदद करना।
“अगर जानकारी है तो पुलिस को दें”
अरोड़ा ने बाजवा को खुली चुनौती दी और कहा कि यदि उनके पास बम या आतंक से जुड़ी कोई ठोस जानकारी है, तो उन्हें तुरंत पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर आप के पास ऐसी गुप्त जानकारी है जो सुरक्षा एजेंसियों को भी नहीं पता, तो उसे छिपाना अपराध के बराबर है।”
“बयानबाज़ी से कुछ नहीं होगा”
अमन अरोड़ा ने कहा कि बिना सबूत ऐसे बयान देना गैर-जिम्मेदाराना हरकत है। इससे न सिर्फ जनता भ्रमित होती है, बल्कि देश की सुरक्षा एजेंसियों की साख भी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा, “अगर आपके पास कोई जानकारी नहीं है, तो माफ़ी मांगिए और लोगों को डराना बंद कीजिए।”
2014 का पत्र और पुराने आरोपों का जिक्र
अरोड़ा ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2014 में सोनिया गांधी को पत्र लिखकर प्रताप बाजवा पर नशा तस्करों और आतंकवादियों से संबंध होने का आरोप लगाया था। अरोड़ा ने पूछा कि बाजवा को यह बताना चाहिए कि उन्हीं की पार्टी के बड़े नेता ने उन पर ऐसे गंभीर आरोप क्यों लगाए थे?
अरोड़ा ने 1990-91 की घटनाओं का भी जिक्र किया जब खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकी मनजीत सिंह कादियां ने पूछताछ के दौरान कुछ कांग्रेस नेताओं के आतंकी संपर्कों का खुलासा किया था। अरोड़ा ने कहा कि बाजवा को इस पर भी अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए।
बहस की खुली चुनौती
अमन अरोड़ा ने बाजवा को एक जनता के सामने खुली बहस की चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि बाजवा समय, तारीख और जगह तय करें और वह पांच मिनट के अंदर उनके आरोपों की सच्चाई उजागर कर देंगे।
अमन अरोड़ा ने दो टूक कहा कि सुरक्षा जैसे गंभीर मामलों पर राजनीति करना बेहद खतरनाक है। अगर प्रताप बाजवा के पास सबूत हैं तो वह पुलिस को दें, वरना जनता से माफ़ी मांगें और दहशत फैलाना बंद करें। पंजाब की शांति और एकता से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।