
पंजाब को सुरक्षित और अपराध मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, काउंटर इंटेलिजेंस (CI) पठानकोट ने अवैध हथियार तस्करी के एक गिरोह का पर्दाफाश किया। इस अभियान में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से चार पिस्तौल और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया। यह जानकारी पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने दी।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान कंवलप्रीत सिंह उर्फ कंवर (गांव बुट्टर कलां, बटाला) और रंजीत सिंह (गांव भैनी बांगड़, गुरदासपुर) के रूप में हुई है। उनके पास से एक 9MM ग्लॉक पिस्तौल, एक .30 बोर पिस्तौल और दो .32 बोर पिस्तौल बरामद की गई हैं। इसके अलावा, चार मैगजीन और 39 कारतूस भी पुलिस ने जब्त किए हैं।
अमेरिका में बैठे गैंगस्टर के लिए कर रहे थे काम
DGP गौरव यादव ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि कंवलप्रीत सिंह अमेरिका में बैठे गैंगस्टर पवित्र सिंह चौर्रा के संपर्क में था और उसी के इशारे पर काम कर रहा था। जांच में यह भी सामने आया कि गैंगस्टर पवित्र चौर्रा ने यह हथियारों की खेप पंजाब में अपराधियों को सप्लाई करने के लिए भेजी थी, ताकि राज्य की शांति और सौहार्द को बिगाड़ा जा सके।
DGP ने कहा कि पुलिस अब इस नेटवर्क की पूरी कड़ी को उजागर करने के लिए आगे की जांच कर रही है। इसके अलावा, आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड और उनसे जुड़े अन्य मामलों की भी छानबीन की जा रही है।
पुलिस ने कैसे पकड़ा गिरोह?
AIG काउंटर इंटेलिजेंस (CI) पठानकोट सुखमिंदर सिंह मान ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गैंगस्टर पवित्र चौर्रा के दो गुर्गों ने हथियारों की एक खेप प्राप्त की है। इसके बाद CI पठानकोट की टीम ने खुफिया अभियान चलाकर दोनों आरोपियों को बटाला से गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी कर चुके हैं कई अपराध
कंवलप्रीत सिंह का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है। वह हत्या के प्रयास, जबरन घुसपैठ और मारपीट से जुड़े तीन मामलों में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। 10 दिसंबर 2024 को गुरदासपुर जेल से रिहा होने के बाद वह दोबारा अपराधों में सक्रिय हो गया। उसके खिलाफ एक घर पर फायरिंग कर मालिक को मारने की साजिश रचने का भी मामला दर्ज है।
इसी तरह, दूसरा आरोपी रंजीत सिंह भी अवैध हथियार रखने के मामले में पहले गिरफ्तार हो चुका है। उसके खिलाफ पुलिस स्टेशन घनिए के बांगड़, बटाला में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है।
FIR दर्ज, आगे की जांच जारी
इस मामले में FIR नंबर 12, दिनांक 05.03.2025 को पुलिस स्टेशन SSOC अमृतसर में भारतीय शस्त्र अधिनियम की धारा 25 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पंजाब पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई राज्य में अवैध हथियारों और अपराध को खत्म करने की दिशा में एक अहम कदम है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के तहत पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस का कहना है कि आगे भी ऐसे अभियानों को तेज किया जाएगा ताकि पंजाब को सुरक्षित और अपराध मुक्त बनाया जा सके।