
पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में चल रहे ‘युद्ध नशों के खिलाफ’ अभियान को एक बड़ी सफलता मिली।
पटियाला जिले के नाभा इलाके के गांव साधोहेड़ी के लोगों ने नशा तस्करों के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए गांव को एक महीने में नशा मुक्त करने का संकल्प लिया।
गांव की पंचायत और ग्रामीणों के इस फैसले के चलते पुलिस ने भी एक नशा तस्कर का अवैध घर गिराने की कार्रवाई को फिलहाल रोक दिया और गांववालों को नशे के खिलाफ लड़ाई में साथ देने का संदेश दिया।
गांववालों ने लिया नशा मुक्त होने का संकल्प
गांव साधोहेड़ी की पंचायत ने पुलिस को शिकायत दी थी कि कुछ लोग गांव की शामलात जमीन (सार्वजनिक भूमि) पर अवैध रूप से रहकर नशे का कारोबार चला रहे हैं।
पटियाला पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और एक नशा तस्कर निर्मल सिंह पर शिकंजा कस दिया, जिस पर पहले से ही 7 मामले दर्ज थे।
लेकिन गांव की पंचायत और लोगों ने मिलकर फैसला किया कि नशा तस्कर के घर को गिराने की बजाय उसे सुधरने का एक मौका दिया जाए।
पंचायत ने सभी ग्रामीणों के सहयोग से एक महीने में पूरे गांव को नशा मुक्त करने की शपथ ली।
गांव में अब कोई नशा नहीं बेचेगा – पंचायत का हलफनामा
पटियाला के एसपी (डी) योगेश शर्मा ने बताया कि पंचायत ने लिखित हलफनामा दिया कि गांव में अब कोई नशे का कारोबार नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति फिर से नशा तस्करी में पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और पंचायत भी सख्त कदम उठाएगी।
एसपी शर्मा ने यह भी बताया कि सरकार की ओर से नशा छोड़ने वालों का इलाज कराया जा रहा है और उन्हें रोजगार के लिए ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी
पुलिस लगातार नशा तस्करों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है।
हाल ही में पटियाला में एक और नशा तस्कर का अवैध घर तोड़ा गया था और कई तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया।
एसपी योगेश शर्मा ने सभी नशा तस्करों को चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस की पैनी नजर उन पर है और कोई भी अपराधी कानून से बच नहीं पाएगा।
उन्होंने गांव के लोगों को नशे के खिलाफ अभियान में सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया।
गांववालों ने किया पुलिस का स्वागत
गांव साधोहेड़ी और आसपास के गांवों के लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया।
लोगों का कहना है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई नशा तस्करों के हौसले तोड़ेगी और आम जनता को नशा तस्करों के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत मिलेगी।
इस मौके पर डीएसपी नाभा मनदीप कौर भी मौजूद थीं।
पंजाब सरकार का ‘युद्ध नशों के खिलाफ’ अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है और गांवों में लोग खुद नशा तस्करों के खिलाफ खड़े हो रहे हैं।
अगर इसी तरह हर गांव नशा मुक्त होने की शपथ ले, तो पंजाब को जल्द ही नशा मुक्त राज्य बनाया जा सकता है।