
पंजाब में खुशी और गर्व का माहौल है, क्योंकि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने 10वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित कर दिए हैं। इस मौके पर पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने सभी छात्रों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी है।
शिक्षा मंत्री ने खास तौर पर उन छात्रों की सराहना की है जिन्होंने राज्य स्तर पर टॉप किया है। सबसे बड़ी उपलब्धि रही अक्शनूर कौर की, जो संत मोहन दास मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कोट सुखिया (फरीदकोट) की छात्रा हैं। उन्होंने 650 में से पूरे 650 अंक प्राप्त कर पूरे जिले में पहला स्थान हासिल किया। यह एक मिसाल है कि मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है।
दूसरे स्थान पर रहीं रतिंदरदीप कौर, जो बाबा फरीद पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, छत्तियाना (श्री मुक्तसर साहिब) से हैं। वहीं, राम सरूप मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चौंदा (मालेरकोटला) की अर्शदीप कौर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
तीनों टॉपर्स लड़कियाँ हैं, और यही बात इस साल के परिणामों की सबसे बड़ी खासियत बन गई है। लड़कियों ने इस बार एक बार फिर लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। लड़कियों की पास प्रतिशतता 96.85% रही, जबकि लड़कों की 94.50%। यह दर्शाता है कि आज की बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और शिक्षा में भी मिसाल कायम कर रही हैं।
शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि ये नतीजे पंजाब के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत हैं। उन्होंने कहा कि यह कामयाबी सिर्फ छात्रों की मेहनत का ही नहीं, बल्कि उनके माता-पिता और शिक्षकों के सहयोग का भी परिणाम है। उन्होंने कहा, “इन बच्चों ने यह साबित कर दिया है कि अगर लगन हो और सही मार्गदर्शन मिले, तो कोई भी मंज़िल मुश्किल नहीं होती।”
परीक्षा में कुल 2,77,746 छात्रों ने भाग लिया था, जिनमें से 2,65,548 छात्र पास हुए हैं। यानी इस साल का कुल पास प्रतिशत 95.61% रहा है। खास बात यह रही कि सरकारी स्कूलों के छात्रों का प्रदर्शन भी शानदार रहा, जहाँ कुल 1,76,605 छात्र पास हुए, और पास प्रतिशत 95.47% रहा।
यह नतीजे बताते हैं कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है और छात्र कड़ी मेहनत करके नाम कमा रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने अंत में कहा कि पंजाब सरकार विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए लगातार प्रयास कर रही है और आने वाले समय में सरकारी स्कूलों में और अधिक सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने सभी सफल छात्रों को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
पंजाब बोर्ड के दसवीं के नतीजे इस बार कई मायनों में खास रहे। लड़कियों की कामयाबी, सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन और छात्रों का आत्मविश्वास – ये सभी मिलकर पंजाब के शिक्षा क्षेत्र में नई रोशनी लेकर आए हैं।