हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा जिले में लेवल- II ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन किया है। यह सेंटर न केवल कांगड़ा के लिए, बल्कि आसपास के जिलों के लिए भी स्वास्थ्य सुविधाओं का एक नया अध्याय खोलता है। कांगड़ा हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है, और इस ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन स्थानीय जनता के लिए एक बड़ी सौगात है।
उद्घाटन समारोह
सीएम सुक्खू ने सोमवार को इस ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन किया, जिसके लिए 10.27 करोड़ रुपए की लागत आई है। यह सेंटर टांडा मेडिकल कॉलेज में आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा, जिससे लंबी अवधि से स्थानीय जनता इसका इंतजार कर रही थी। मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है।”
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
सीएम सुक्खू ने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेज अपनी मांगें रखें और प्रदेश सरकार हर अनुरोध को स्वीकार करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में टांडा मेडिकल कॉलेज में किए गए सुधारों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं, जिससे मरीजों को सीधा फायदा हुआ है। ट्रॉमा सेंटर के माध्यम से कार्डियालॉजी विभाग में नई प्रक्रियाओं की शुरुआत की गई है, जिसमें सफल वाल्व रिप्लेसमेंट, जन्मजात हृदय दोष का इलाज, और हार्ट ट्यूमर सर्जरी शामिल हैं।
भर्ती और संसाधनों का विकास
टांडा मेडिकल कॉलेज के लेवल- II ट्रॉमा सेंटर में 95 पदों पर भर्ती की जाएगी। यहां पर निम्नलिखित पदों के लिए भर्ती की जाएगी:
- न्यूरोसर्जन: 1
- एनेस्थीटिस्ट: 3
- ऑर्थोपैडिक सर्जन: 1
- कैजुअल्टी मेडिकल अधिकारी: 8
- स्टाफ नर्स: 40
- नर्सिंग अटेंडेंट: 16
- ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन: 5
- रेडियोग्राफर: 4
- लैब तकनीशियन: 2
- मल्टी टास्क वर्कर: 15
यह भर्ती स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों का निर्माण करेगी और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करेगी।
नई तकनीकी सुविधाएं
सीएम सुक्खू ने बताया कि टांडा में एक हाई-टेक लैब स्थापित करने की भी योजना बनाई गई है। इसके अतिरिक्त, रेनल डिनर्वेशन की शुरुआत भी की गई है, जो कि एक अत्याधुनिक चिकित्सा प्रक्रिया है। जल्द ही टांडा मेडिकल कॉलेज में पैट स्कैन मशीनें और रोबोटिक सर्जरी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
स्थानीय स्वास्थ्य सेवा की प्रगति
ट्रॉमा सेंटर की स्थापना से क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल होगा। यह सेंटर न केवल इमरजेंसी सेवाएं प्रदान करेगा, बल्कि गंभीर बीमारियों के इलाज में भी मदद करेगा। इसके अलावा, स्थानीय मरीजों को कम समय में और अधिक सुविधाजनक तरीके से इलाज मिल सकेगा।
इस ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन कांगड़ा की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो उन्हें आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है। यह कदम न केवल स्थानीय स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करेगा, बल्कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में भी योगदान देगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का यह प्रयास दर्शाता है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है और वह जनता की जरूरतों का ध्यान रख रही है।