पंजाब में बढ़ती ठंड का कहर, तापमान में गिरावट के साथ धुंध का असर तेज
पंजाब में कड़ाके की ठंड ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सुबह के समय घने कोहरे ने शहर और आसपास के बाहरी इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड तेजी से बढ़ रही है और तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिसके चलते आने वाले दिनों में ठंड का असर और भी अधिक दिखाई देगा।
तापमान में गिरावट जारी
रविवार की तुलना में सोमवार को तापमान में लगभग 2 डिग्री की गिरावट देखी गई। रविवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि सोमवार को यह घटकर 20 डिग्री पर आ गया। न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब में शुष्क मौसम बना हुआ है और ठंड के कारण अधिकांश हिस्सों में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पंजाब में सबसे अधिक तापमान फरीदकोट में 25.6 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अमृतसर के सीमावर्ती इलाकों में सबसे कम तापमान 2.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड के और बढ़ने की चेतावनी दी है। लोगों को सावधान रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
ठंड से लोग कर रहे बचाव
ठंड से बचने के लिए लोग अलाव (धूनी) जलाकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं। खासतौर पर सड़क किनारे रहने वाले गरीबों को रात के समय ठंड से अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि तापमान 5 डिग्री से भी नीचे चला जाता है। ठंड का यह असर शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी तेजी से फैल रहा है।
हिमाचल की बर्फबारी का असर
पंजाब में ठंड बढ़ने का एक प्रमुख कारण हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में हुई ताजा बर्फबारी है। इसका सीधा असर पंजाब के मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। इसके चलते सुबह काम पर निकलने वाले लोगों को घने कोहरे और कम दृश्यता की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय और राज्य हाइवे पर धुंध के कारण विजिबिलिटी काफी कम हो गई है, जिससे लंबी दूरी की यात्रा करने वाले लोगों को अपनी मंजिल तक पहुंचने में ज्यादा समय लग रहा है।
वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार
पिछले कुछ दिनों से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि के कारण पंजाब में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 से ऊपर पहुंच गया था, जो खतरनाक स्तर पर माना जाता है। हालांकि सोमवार को इसमें 25 अंकों का सुधार दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में बारिश की संभावना है, जिसके चलते वायु गुणवत्ता में और सुधार होने की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रदूषण के कारण सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक AQI 200 से नीचे नहीं पहुंच जाता, तब तक सभी लोगों को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। खासकर घर से बाहर निकलने के समय मास्क का उपयोग सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।
धुंध और प्रदूषण से सतर्कता की जरूरत
मौसम के बदलते मिजाज और प्रदूषण के बढ़ते स्तर के चलते स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके अलावा, सुबह और देर शाम के समय घर से बाहर निकलने से बचने और पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है।
आने वाले दिनों में और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में ठंड और अधिक बढ़ेगी। तापमान में गिरावट के साथ घने कोहरे का प्रकोप जारी रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि लोग ठंड से बचने के लिए पर्याप्त तैयारियाँ करें और स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें।
पंजाब में कड़ाके की ठंड और बढ़ते प्रदूषण के बीच आने वाले दिनों में राज्य के लोगों को और अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। प्रशासन ने भी लोगों को ठंड के मौसम में सावधान रहने और आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है।