भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। यह मुकाबला एडिलेड ओवल में गुलाबी गेंद से खेला गया था। इस हार के बाद भारतीय टीम की वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल में पहुंचने की संभावना मुश्किल हो गई है। ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत के लिए 19 रनों का आसान लक्ष्य मिला था, जिसे उसने बिना कोई परेशानी के हासिल कर लिया। अब तीसरा टेस्ट मैच 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेला जाएगा।
एडिलेड में हार का असर
इस हार के साथ भारतीय टीम की WTC अंकतालिका में स्थिति खराब हो गई है। भारतीय टीम, जो मुकाबले से पहले अंकतालिका में शीर्ष पर थी, अब तीसरे स्थान पर खिसक गई है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया इस जीत के साथ शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है।
अभी तक ऑस्ट्रेलिया ने WTC में 14 मैच खेले हैं, जिसमें उसने 9 मुकाबले जीते हैं, 4 हारे हैं और 1 ड्रॉ खेला है। ऑस्ट्रेलिया के 102 अंक हैं और उसका अंक प्रतिशत 60.71 है। दूसरे स्थान पर मौजूद साउथ अफ्रीका के 9 मैचों में 5 जीत, 3 हार और 1 ड्रॉ से 64 अंक हैं। उनका अंक प्रतिशत 59.26 है, जो भारत से अधिक है।
भारतीय टीम ने अब तक 16 मैच खेले हैं, जिनमें 9 जीत, 6 हार और 1 ड्रॉ से 110 अंक हैं। भारत का अंक प्रतिशत गिरकर 57.29 हो चुका है। मौजूदा चक्र में भारत को अभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन और मैच खेलने हैं।
WTC फाइनल की रेस
WTC फाइनल की दौड़ में अब चार टीमें – ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, भारत और श्रीलंका – ही बची हैं। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश की टीमें फाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं।
एडिलेड टेस्ट की शुरुआत से पहले भारतीय टीम को WTC फाइनल में पहुंचने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3-0 की सीरीज जीत की जरूरत थी। लेकिन अब एडिलेड में मिली हार के बाद भारत के लिए समीकरण और कठिन हो गया है। भारतीय टीम को फाइनल में जगह बनाने के लिए सीरीज को 4-1 की मार्जिन से जीतना होगा, जो काफी चुनौतीपूर्ण है।
ऑस्ट्रेलिया की मजबूत स्थिति
ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत के साथ न केवल WTC अंकतालिका में शीर्ष स्थान पर कब्जा किया, बल्कि भारतीय टीम पर मानसिक बढ़त भी बना ली है। गाबा में होने वाले अगले मुकाबले में भारतीय टीम को बेहतर रणनीति और प्रदर्शन के साथ मैदान पर उतरना होगा।
भारतीय टीम के लिए चुनौतियां
भारतीय टीम को अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में सुधार करना होगा। एडिलेड टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह से नाकाम रहा। अगर टीम को सीरीज में वापसी करनी है, तो उसे अपनी कमजोरियों को जल्दी ठीक करना होगा।
भारतीय टीम के लिए यह सीरीज अब करो या मरो की स्थिति में आ गई है। कप्तान और टीम प्रबंधन को अगले मुकाबलों में बेहतर रणनीति के साथ उतरना होगा ताकि WTC फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार रखी जा सकें।