
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के माहौल में अब एक बार फिर देश की सुरक्षा तैयारियों को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। इस बार सीधा असर सीमा से सटे राज्यों, खासकर पंजाब, राजस्थान, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में देखने को मिलेगा।
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 29 मई की शाम को राजस्थान, गुजरात और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में मॉक ड्रिल (अभ्यास युद्ध की तैयारी) की जाएगी। इसके बाद पंजाब में 3 जून की शाम 7:30 बजे यह मॉक ड्रिल की जाएगी।
किन जिलों में होगी मॉक ड्रिल?
पंजाब में यह अभ्यास सीमा से सटे छह जिलों में किया जाएगा:
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गुरदासपुर
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अमृतसर
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तरनतारन
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फाज़िलका
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पठानकोट
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फिरोज़पुर
ये सभी जिले पाकिस्तान की सीमा के बेहद करीब हैं, इसलिए यहां पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
मॉक ड्रिल में क्या होगा?
इस अभ्यास के दौरान:
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अलार्म सायरन बजाए जाएंगे।
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लोगों को घर की लाइटें बंद करने के लिए कहा जा सकता है।
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बाहर न निकलने की सलाह दी जा सकती है।
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सुरक्षा बल युद्ध जैसी परिस्थिति में अपनी प्रतिक्रिया और तैयारी को परखेंगे।
लोगों को घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि यह सिर्फ एक अभ्यास है, असली हमला नहीं।
क्यों की जा रही है मॉक ड्रिल?
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए हमले के बाद, भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” नाम से एक बड़ी सैन्य कार्रवाई की थी। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया और भारी नुकसान पहुंचाया गया।
इस जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की तरफ से जवाबी हमला होने की आशंका को लेकर, भारत ने सीमा पर सुरक्षा तैयारियों को और मज़बूत करना शुरू कर दिया है।
मॉक ड्रिल का मकसद यही है कि अगर भविष्य में कोई असली खतरा आए, तो सेना और आम लोग दोनों पूरी तरह तैयार हों।
पहले भी हुआ था ब्लैकआउट
जानकारी के अनुसार, भारत-पाक तनाव के चलते कुछ दिन पहले भी सीमावर्ती इलाकों में 3-4 दिनों तक ब्लैकआउट (बिजली बंद) किया गया था। इस दौरान लोगों से रात में लाइटें बंद रखने को कहा गया था ताकि दुश्मन को कोई संकेत न मिले।
अब एक बार फिर ऐसे हालात बनते दिख रहे हैं, जिससे लोगों में चिंता और दहशत का माहौल है।
क्या करें आम नागरिक?
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अफवाहों से बचें और सिर्फ सरकारी सूचना पर ध्यान दें।
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मॉक ड्रिल के दौरान शांति बनाए रखें।
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प्रशासन और सेना के निर्देशों का पालन करें।
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लाइट बंद रखने और घर में रहने की अपील का पालन करें।
हालांकि यह अभ्यास सिर्फ एक तैयारी है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए यह समझना जरूरी है कि देश किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
देश की सुरक्षा के लिए इस तरह की ड्रिलें जरूरी हैं, और आम लोगों का सहयोग ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।