
भारत और पाकिस्तान के बीच बने तनावपूर्ण माहौल के चलते पंजाब में ब्लैकआउट की स्थिति फिलहाल जारी रहेगी। यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दी है, जिन्होंने नंगल पहुंचकर मीडिया से बातचीत में यह ऐलान किया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि भले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीज़फायर को लेकर बातचीत चल रही हो, लेकिन हम अभी पाकिस्तान पर भरोसा नहीं कर सकते। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब ने पहले भी कई मुश्किल हालातों का सामना किया है, इसलिए अब किसी भी तरह की ढील देना उचित नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पाकिस्तान के व्यवहार को लेकर सभी को अच्छे से पता है। इतिहास गवाह है कि पाकिस्तान ने हर बार धोखा ही दिया है। इसलिए पंजाब में अभी ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल जैसी तैयारियाँ पहले की तरह ही जारी रहेंगी।”
भगवंत मान ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने जो सुरक्षा योजनाएं और रणनीतियाँ पहले से तैयार की थीं, वो बिना किसी बदलाव के जारी रहेंगी। उन्होंने दोहराया कि पंजाब सरकार किसी भी खतरे को हल्के में नहीं ले रही और सुरक्षा के हर कदम को पूरी तरह लागू किया जा रहा है।
सीएम ने आगे कहा कि पंजाब की धरती पर रहने वाले लोग हमेशा राष्ट्र की सुरक्षा और सीमाओं की रक्षा में सबसे आगे रहे हैं, और इस बार भी पंजाब के लोग पूरी सतर्कता और जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि ब्लैकआउट और मॉक ड्रिल्स का मकसद लोगों को तैयार रखना है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में वे सुरक्षित रह सकें। सीज़फायर की बातचीत को लेकर उन्होंने कहा, “बेशक बातचीत चल रही है, लेकिन हमारी रणनीति में कोई नरमी नहीं लाई जाएगी। जब तक पूर्ण शांति सुनिश्चित नहीं हो जाती, तब तक हम सुरक्षा में कोई समझौता नहीं करेंगे।”
पंजाब सरकार की यह सख्त नीति यह दिखाती है कि मौजूदा हालातों को देखते हुए, राज्य सरकार पूरी तरह से सतर्क और गंभीर है। मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह फैसला सुरक्षा को प्राथमिकता देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।