
इस हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 872.98 अंक यानी 1.06% की गिरावट के साथ 81,186.44 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 261.55 अंक गिरकर 24,683.90 के स्तर पर बंद हुआ।
सिर्फ 3 शेयर बढ़त में
सेंसेक्स में शामिल केवल तीन कंपनियों के शेयर ही बढ़त में रहे, जबकि बाकी सभी स्टॉक्स में गिरावट दर्ज की गई। बैंकिंग सेक्टर भी इससे अछूता नहीं रहा और बैंक निफ्टी में भी 543.35 अंकों की गिरावट देखने को मिली।
सोमवार को भी रही गिरावट
इससे पहले, 19 मई को सोमवार को भी बाजार में गिरावट रही। उस दिन सेंसेक्स 271 अंक टूटकर 82,059 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 74 अंक गिरकर 24,945 पर आ गया था। दो लगातार कारोबारी दिनों में बाजार में गिरावट से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
वैश्विक बाजारों की स्थिति
जहां एक ओर भारतीय बाजार में गिरावट का माहौल है, वहीं एशियाई बाजारों में तेजी देखी जा रही है।
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जापान का निक्केई लगभग 200 अंक (0.5%) चढ़कर 37,700 के करीब कारोबार कर रहा है।
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दक्षिण कोरिया का कोस्पी 10 अंक (0.3%) की बढ़त के साथ 2,610 के स्तर पर है।
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हांगकांग का हैंगसेंग करीब 300 अंक (1.3%) चढ़कर 23,630 पर पहुंच गया है।
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चीन का शंघाई कंपोज़िट 13 अंक (0.38%) की बढ़त के साथ 3,380 पर कारोबार कर रहा है।
अमेरिकी बाजारों की मजबूती
19 मई को अमेरिकी बाजार कुछ हद तक सकारात्मक रहे।
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डाओ जोंस 137 अंक (0.32%) की बढ़त के साथ 42,792 पर बंद हुआ।
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नैस्डैक कंपोजिट और S&P 500 क्रमश: 19,215 और 5,963 पर स्थिर बंद हुए।
निवेशकों के लिए सतर्कता जरूरी
लगातार गिरते भारतीय बाजार के चलते निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहने की जरूरत है। विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी बाजारों की गतिविधियां, चुनावी माहौल और वैश्विक आर्थिक संकेतकों का असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ़ दिख रहा है।
आने वाले दिनों में बाजार की दिशा यह तय करेगी कि विदेशी निवेशक और घरेलू संस्थाएं किस प्रकार की चाल चलते हैं। फिलहाल बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है।