भारतीय क्रिकेट टीम ने 2025 में होने वाली आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को इस बारे में सूचित कर दिया है। ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने आईसीसी को बताया है कि भारत सरकार की सलाह के अनुसार भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी। आठ टीमों वाले इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान को दी गई थी। अब, भारतीय टीम के पाकिस्तान न जाने के फैसले के बाद इस टूर्नामेंट का आयोजन हाइब्रिड मॉडल पर किया जा सकता है।
संयुक्त अरब अमीरात में हो सकते हैं भारत के सभी मुकाबले
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय टीम अपने सभी मुकाबले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में खेल सकती है। हालांकि, श्रीलंका भी इस सूची में शामिल है, लेकिन यूएई को पाकिस्तान के निकटता और बेहतर क्रिकेट इन्फ्रास्ट्रक्चर के कारण प्राथमिकता दी जा रही है। आईसीसी को इस सप्ताह की शुरुआत में ही बीसीसीआई के इस रुख के बारे में सूचित किया गया था। हालांकि, बीसीसीआई ने लिखित में अपना निर्णय आईसीसी को भेजा है या नहीं, इस पर अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नकवी ने शुक्रवार, 8 नवंबर को इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। नकवी ने कहा कि पीसीबी हाइब्रिड मॉडल पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन बीसीसीआई से वह अपेक्षा कर रहे हैं कि इस संबंध में वह अपने निर्णय को लिखित में दे। यह पहली बार नहीं है जब भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों पर राजनीतिक विवाद उभरकर सामने आए हों, लेकिन इस बार दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण माहौल के कारण बीसीसीआई ने सख्त निर्णय लिया है।
चैम्पियंस ट्रॉफी 2025: टूर्नामेंट का स्वरूप और टीमें
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में आठ टीमें हिस्सा लेंगी। इन टीमों को चार-चार के दो समूहों में बांटा जाएगा। ग्रुप स्टेज के बाद सेमीफाइनल और फिर फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश की टीमें शामिल होंगी। वर्तमान में, टूर्नामेंट की शुरुआत के लिए मात्र 100 दिन शेष हैं, लेकिन अभी तक शेड्यूल घोषित नहीं किया गया है।
टूर्नामेंट का आगाज 19 फरवरी को होना प्रस्तावित है, जबकि इसका फाइनल मुकाबला 9 मार्च को खेला जाएगा। प्रारंभिक शेड्यूल के अनुसार, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ओपनिंग मैच प्रस्तावित है। इसके साथ ही, भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा गया है। दोनों देशों के बीच यह रोमांचक मुकाबला 1 मार्च को लाहौर में खेला जाना था। इस ग्रुप-ए में भारत और पाकिस्तान के साथ न्यूजीलैंड और बांग्लादेश की टीमों को रखा गया है, जबकि ग्रुप-बी में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान की टीमें होंगी।
हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट का आयोजन
बीसीसीआई द्वारा भारत की पाकिस्तान यात्रा से इनकार के बाद, आईसीसी के सामने टूर्नामेंट को सफलतापूर्वक आयोजित करने की चुनौती खड़ी हो गई है। पीसीबी के पास हाइब्रिड मॉडल को अपनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता, जिसके तहत भारतीय टीम के मुकाबले पाकिस्तान से बाहर किसी तटस्थ स्थान पर आयोजित किए जाएंगे। आईसीसी के अधिकारी अब हाइब्रिड मॉडल के बारे में अंतिम निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन कर रहे हैं।
पिछले अनुभवों को देखते हुए, पाकिस्तान और यूएई के बीच पिछले हाइब्रिड मॉडल सफल साबित हुए हैं, जहां 2023 एशिया कप के दौरान पाकिस्तान के मुकाबले पाकिस्तान में और भारतीय टीम के मैच श्रीलंका में आयोजित किए गए थे। यूएई की क्रिकेट सुविधाएं और वहां के मैदान पहले से तैयार हैं, और इससे भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों पर बने तनाव को भी संतुलित किया जा सकता है।
पिछले दौरे का इतिहास और हालिया विवाद
भारत ने पिछली बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था, जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने एशिया कप में हिस्सा लिया था। हालांकि, उस टूर्नामेंट में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी लेकिन उसे श्रीलंका के खिलाफ 100 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। तब से लेकर अब तक दोनों देशों के बीच किसी द्विपक्षीय श्रृंखला का आयोजन नहीं हुआ है, और भारत-पाकिस्तान के मैच केवल आईसीसी टूर्नामेंट्स में ही होते रहे हैं।
इस बार भी आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी को लेकर दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड्स के बीच राजनीतिक तनाव जारी है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने बीसीसीआई के रुख पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि यदि बीसीसीआई को पाकिस्तान में खेलने से कोई आपत्ति है, तो वह इसे लिखित में दें। साथ ही, उन्होंने इस मुद्दे पर हाइब्रिड मॉडल अपनाने की बात स्वीकार की और कहा कि पीसीबी आईसीसी के निर्देशों के अनुसार काम करेगा।
आईसीसी का अगला कदम
बीसीसीआई के फैसले के बाद आईसीसी को अब टूर्नामेंट की संरचना पर विचार करना होगा। हाइब्रिड मॉडल को अपनाना और भारतीय टीम के मैचों को यूएई या श्रीलंका जैसे तटस्थ स्थान पर आयोजित करना आईसीसी के लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। इस फैसले के बाद, टूर्नामेंट का शेड्यूल और वेन्यू की औपचारिक घोषणा होने की संभावना है।
इस विवाद के बीच, आईसीसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि टूर्नामेंट का आयोजन सही तरीके से हो, और क्रिकेट प्रेमियों को एक बेहतरीन टूर्नामेंट देखने का मौका मिले। भारतीय क्रिकेट बोर्ड का यह निर्णय पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति और दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों को देखते हुए लिया गया है। अब सभी की निगाहें आईसीसी पर हैं, जो जल्द ही टूर्नामेंट के शेड्यूल और वेन्यू की घोषणा करेगी।