
पाकिस्तान में भारत के नंबर-1 दुश्मन हाफ़िज़ सईद के खास साथी अबू क़ताल की हत्या कर दी गई है। अज्ञात हमलावरों ने उसे गोलियों से भून डाला। अबू क़ताल लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा आतंकी था और हाफ़िज़ सईद का दायां हाथ माना जाता था।
झेलम में हुआ हमला, हाफ़िज़ सईद बच निकला
अबू क़ताल को पाकिस्तान के झेलम में गोली मारी गई। दिलचस्प बात यह है कि हमले के वक्त हाफ़िज़ सईद भी उसके साथ था, लेकिन वह बच निकला। इस हमले के बाद से हाफ़िज़ सईद लापता हो गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि वह खुद पर हमले के डर से अंडरग्राउंड हो गया है।
सोशल मीडिया पर उसकी मौत की अफवाहें भी उड़ रही हैं, हालांकि पाकिस्तानी मीडिया के कुछ सूत्रों के मुताबिक, हाफ़िज़ सईद सुरक्षित है और लाहौर में ही मौजूद है। फिलहाल, इस मामले में अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
कौन था अबू क़ताल?
अबू क़ताल लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा आतंकवादी था, जिसका मुख्य काम जम्मू-कश्मीर में भारत के खिलाफ नफरत फैलाना था। वह कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रह चुका था।
👉 2023 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी हमले में अहम भूमिका निभाई थी।
👉 9 जून 2024 को शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर हुए हमले में भी उसका हाथ था। इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई थी और 33 लोग घायल हुए थे।
अबू क़ताल, हाफ़िज़ सईद के आदेश पर ही आतंकी हमलों को अंजाम देता था। बता दें कि हाफ़िज़ सईद ही 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में सबसे ऊपर है।
पाकिस्तान में मारे जा रहे भारत के दुश्मन
पिछले कुछ समय से पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों का सफाया हो रहा है। सभी हमलों का तरीका एक जैसा है—अज्ञात हमलावर आते हैं और आतंकियों को गोली मारकर भाग जाते हैं।
इससे पाकिस्तान में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि भारत इन हमलों के पीछे हो सकता है। यही कारण है कि हाफ़िज़ सईद के अंडरग्राउंड होने की खबरें सामने आ रही हैं।
अबू क़ताल की मौत आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जा रही है। अब देखना होगा कि क्या हाफ़िज़ सईद भी जल्द ही इसी तरह मारा जाएगा या वह बचकर फिर से कोई आतंकी साजिश रचेगा।