
पंजाब सरकार ने राज्य के स्कूल ऑफ एमिनेंस (एस.ओ.ई.) में नए दाख़िल हुए कक्षा 9वीं के विद्यार्थियों के लिए एक खास 3 दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया। यह प्रोग्राम 26 से 28 मई तक हुआ और इसका मकसद विद्यार्थियों में बड़े सपने देखने, आत्म-विश्वास बढ़ाने और मजबूत इरादों को विकसित करना था।
स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि इस कार्यक्रम के जरिए विद्यार्थियों को अकादमिक उत्कृष्टता की राह पर प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि सरकारी स्कूलों के छात्र भी जीवन में ऊँचाइयों को छुएं और हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन करें।
क्या था खास इस प्रोग्राम में?
विशेषज्ञों के मोटिवेशनल भाषण,
पूर्व विद्यार्थियों द्वारा रोल मॉडल सत्र,
इंटरएक्टिव सह-पाठ्यक्रम गतिविधियाँ।
इन सत्रों में विद्यार्थियों को आत्म-विश्वास, उत्सुकता और करियर लक्ष्य तय करने के लिए मार्गदर्शन मिला।
प्रेरणादायक कहानियाँ जिन्होंने जोश भर दिया
डॉ. संदीप सिंह संधा, जो कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पीएचडी हैं और अमेज़न व ओरेकल जैसे संस्थानों में काम कर चुके हैं, ने फिरोजपुर के एस.ओ.ई. मल्लांवाला में विद्यार्थियों को ग्लोबल अवसरों की जानकारी दी।
राहुल भंडारी, प्रमुख सचिव (पशुपालन विभाग), ने फतेहगढ़ साहिब के एस.ओ.ई. खमाणों कलां में पढ़ाई और नई चीज़ें सीखने की आदत पर जोर दिया।
डीएसपी करमजीत कौर, जो पटियाला के एस.ओ.ई. फिलखाना की पूर्व छात्रा हैं, ने पुलिस सेवा तक के अपने संघर्ष की कहानी साझा की।
डॉ. मनजीत सिंह रटौल, सीनियर मेडिकल ऑफिसर, ने एस.ओ.ई. जंडियाला गुरु (अमृतसर) में डॉक्टरी करियर और हेल्दी लाइफस्टाइल के बारे में बताया।
प्रो. अमनदीप कौर धालीवाल, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर, ने अजनाला (अमृतसर) में अपने अमेरिका तक के सफर से लड़कियों को प्रेरित किया।
कर्नल परमजीत सिंह, भारतीय सेना से, ने छेहरटा (अमृतसर) के छात्रों को अनुशासन, समर्पण और देशसेवा के बारे में बताया।
तमन्ना, जो आईआईटी वाराणसी में केमिकल इंजीनियरिंग की छात्रा हैं, ने खरड़ के एस.ओ.ई. में छात्रों को आईआईटी तक के सफर की कहानी सुनाई।
अन्य गतिविधियाँ
267 मोटिवेशनल सत्र और 146 पूर्व विद्यार्थियों द्वारा रोल मॉडल टॉक्स आयोजित की गईं।
अंग्रेज़ी अख़बार पढ़ना, संवाद अभ्यास, प्रेरणादायक फ़िल्में देखना, और विज़न बोर्ड बनाना जैसी रचनात्मक गतिविधियाँ करवाई गईं।
कार्यक्रम का समापन “Make Your Summer Count” सत्र से हुआ, जिसमें गर्मियों की छुट्टियों को पढ़ाई और लक्ष्य निर्धारण के साथ उपयोग करने की योजना बनाई गई।
शिक्षा मंत्री बैंस ने दोहराया कि पंजाब सरकार का उद्देश्य है कि सरकारी स्कूलों के छात्र भी किसी से पीछे न रहें और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए सभी जरूरी संसाधन और मार्गदर्शन मिलते रहें।