
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुआ संघर्ष विराम समझौता ज्यादा देर टिक नहीं पाया। महज कुछ घंटों के भीतर पाकिस्तान ने युद्धविराम का उल्लंघन कर सीमा पार से गोलीबारी और ड्रोन हमले शुरू कर दिए। इस गंभीर स्थिति पर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार (10 मई, 2025) की देर रात मीडिया से बातचीत में बताया कि पाकिस्तान द्वारा सीजफायर का गंभीर उल्लंघन किया गया है। उन्होंने कहा कि शाम को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स) के बीच सीजफायर को लेकर सहमति बनी थी, लेकिन सिर्फ चार घंटे में ही पाकिस्तान ने इस समझौते की अवहेलना कर दी।
सेना को दिया गया है सख्त एक्शन का निर्देश
विक्रम मिस्री ने कहा, “भारतीय सेना को पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है और उन्हें सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। सीमा पर किसी भी प्रकार की घुसपैठ या गोलीबारी का जवाब तुरंत और निर्णायक तरीके से दिया जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि सशस्त्र बल पूरी मुस्तैदी से स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
“जिम्मेदारी पाकिस्तान की है” – विदेश सचिव
विदेश सचिव ने पाकिस्तान की हरकत को “अत्यंत निंदनीय और भड़काऊ” बताया। उन्होंने कहा, “इस सीजफायर उल्लंघन की पूरी जिम्मेदारी पाकिस्तान पर है। हम उम्मीद करते हैं कि वह हालात की गंभीरता को समझे और सीमा पर शांति बहाल करने के लिए जरूरी कदम उठाए।”
क्या हुआ सीमा पर?
सूत्रों के अनुसार, शनिवार शाम 5 बजे से दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू किया गया था। लेकिन रात 9 बजे के करीब पाकिस्तान की ओर से पहले गोलीबारी शुरू हुई, और उसके बाद ड्रोन हमलों के जरिए कई भारतीय इलाकों को निशाना बनाया गया। इससे सीमा से सटे गांवों में दहशत फैल गई और सेना ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया।
आतंकवाद पर भी भारत का बड़ा फैसला
इस घटना के पहले ही भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की घोषणा की थी। भारत के उच्च स्तर के सूत्रों के अनुसार, अब अगर भविष्य में कोई भी आतंकी हमला भारत में होता है, तो उसे केवल आतंकी घटना नहीं, बल्कि भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। भारत उसी के अनुसार जवाब देगा — कड़ा, स्पष्ट और निर्णायक।
सरकार का यह रुख साफ कर देता है कि अब सहनशीलता की सीमा खत्म हो चुकी है, और भारत अपनी सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच बना युद्धविराम समझौता कुछ ही घंटों में टूट गया, और इसका जिम्मेदार पाकिस्तान की ओर से की गई अकारण गोलीबारी और ड्रोन हमले हैं। भारत ने अब साफ कर दिया है कि वह शांति की कोशिशों के बीच किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेगा। सेना को कार्रवाई की पूरी छूट मिल चुकी है, और देश की सुरक्षा में कोई ढील नहीं दी जाएगी।