मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत पंजाब के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और मेडिकल शिक्षा एवं शोध मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने राज्य भर के सभी मेडिकल कॉलेजों, सिविल अस्पतालों, सब-डिविजनल अस्पतालों और ब्लॉक स्तर के अस्पतालों में निर्बाध बिजली आपूर्ति और अग्नि सुरक्षा का ऑडिट करने के आदेश जारी किए हैं।
डॉ. बलबीर सिंह ने इस संबंध में सिविल अस्पतालों के सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रशासनिक सचिव कुमार राहुल, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सचिव रवि भगत, पंजाब हेल्थ सिस्टम्स कॉरपोरेशन (पीएचएससी) के प्रबंध निदेशक वरिंदर कुमार शर्मा, पीएसपीसीएल के सीएमडी इंजीनियर बलदेव सिंह सरां, स्वास्थ्य निदेशक डॉ. हितिंदर कौर और मेडिकल शिक्षा एवं शोध निदेशक डॉ. अवनीश कुमार भी शामिल हुए।
स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिया कि बिजली कटौती की स्थिति में सभी महत्वपूर्ण देखभाल इकाइयों, जैसे ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम, इमरजेंसी, एसएनसीयू और एनआईसीयू में कम से कम 30 मिनट का यूपीएस पावर बैकअप होना चाहिए। इसके अलावा, सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में डीजल की पर्याप्त आपूर्ति के साथ पूरी तरह कार्यशील जनरेटर सेट मौजूद होना अनिवार्य है।
डॉ. बलबीर सिंह ने जिले, सब-डिविजन और ब्लॉक स्तर के अस्पतालों में विशेष समितियों के गठन के भी आदेश दिए। इन समितियों में स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कॉलेज, पीएसपीसीएल और पीडब्ल्यूडी-इलेक्ट्रिकल के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनका काम स्वास्थ्य सुविधाओं में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना और यूपीएस व अन्य पावर बैकअप प्रणालियों की कार्यक्षमता की रिपोर्ट तैयार करना होगा।
समितियों के सदस्य संबंधित अस्पतालों का समय-समय पर दौरा करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां बिजली बैकअप और पूरी तरह कार्यशील जनरेटर सेट की सुविधा उपलब्ध है। स्वास्थ्य मंत्री ने सिविल सर्जनों को निर्देश दिया कि बिजली कटौती की स्थिति में बैकअप बिजली आपूर्ति तुरंत चालू की जाए ताकि महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की रुकावट न हो।
मंत्री ने जोर दिया कि बैकअप बिजली आपूर्ति को चालू करने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के साथ प्रभावी संचार के लिए उपयुक्त संचार प्रणाली भी स्थापित की जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने सभी समिति सदस्यों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए ताकि बिजली कटौती की किसी भी स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
इसके अतिरिक्त, डॉ. बलबीर सिंह ने संबंधित अधिकारियों को फायर सेफ्टी ऑडिट तुरंत कराने और स्वास्थ्य सुविधाओं, विशेष रूप से सभी महत्वपूर्ण देखभाल इकाइयों में अग्निशमन उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इन कदमों का उद्देश्य राज्य के अस्पतालों में मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना और किसी भी आपात स्थिति में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है। इन प्रयासों से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और मरीजों को निर्बाध देखभाल मिलेगी।
यह पहल पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं को आधुनिक और विश्वसनीय बनाया जाए। इससे न केवल मरीजों को राहत मिलेगी बल्कि अस्पतालों की संचालन प्रक्रिया भी बेहतर होगी।