पंजाब के उद्योग और वाणिज्य मंत्री, तरुणप्रीत सिंह सौंद ने क़ौमी और अंतर्राष्ट्रीय उद्योगपतियों को पंजाब में निवेश करने का सशक्त निमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब की औद्योगिक नीतियों के कारण अब दुनियाभर के उद्योगपति राज्य में निवेश करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। मंत्री ने बताया कि मार्च 2022 से अब तक, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब को 86,541 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है, जिससे लगभग 3,92,540 लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 2022 से अब तक पंजाब सरकार को 5,300 से अधिक निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 86,541 करोड़ रुपये का निवेश अब तक राज्य में हो चुका है। इस निवेश से रोजगार सृजन में बड़ी भूमिका निभाई जा रही है। तरुणप्रीत सिंह सौंद ने यह स्पष्ट किया कि निवेश के संदर्भ में कई प्रमुख प्रोजेक्ट्स सामने आए हैं। इनमें टाटा स्टील लिमिटेड ने 2600 करोड़ रुपये, सनाथन पॉलीकोट प्राइवेट लिमिटेड ने 1600 करोड़ रुपये, अम्बुजा सीमेंट्स लिमिटेड ने 1400 करोड़ रुपये, रुछिरा पेपर्स लिमिटेड ने 1137 करोड़ रुपये, टोपन स्पेशलिटी फिल्म्स लिमिटेड ने 787 करोड़ रुपये, नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने 583 करोड़ रुपये, हैपी फोर्जिंग्स लिमिटेड ने 438 करोड़ रुपये, फ्रूडेनबर्ग ग्रुप ने 339 करोड़ रुपये, ओकेमेटकॉर्प लिमिटेड ने 309 करोड़ रुपये, और कार्गिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने 160 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
सौंद ने इस मौके पर यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार उद्योगपतियों को हर पहलू से समर्थन देने के लिए तत्पर है। पंजाब का वातावरण निवेश के लिए उपयुक्त, व्यवस्थित और शांतिपूर्ण है, और राज्य सरकार उद्योगों की समृद्धि के लिए पूरी तरह से समर्पित है। उन्होंने यह आश्वासन दिया कि छोटे और मंझले उद्योगपति भी आज ही हलफनामा देकर अपना व्यापार शुरू कर सकते हैं और तीन साल के भीतर सभी जरूरी दस्तावेजी प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।
पंजाब सरकार की नीतियां पूरी तरह से उद्योगमित्र हैं, और “इन्वेस्ट पंजाब” पोर्टल के जरिए राज्य ने निवेश के मामलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य ने अब तक 58,000 से अधिक छोटे और मंझले उद्योगों का रजिस्ट्रेशन किया है, जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
मंत्री सौंद ने यह भी बताया कि जब से उन्होंने उद्योग मंत्री का पद संभाला है, उन्होंने कई व्यापारियों, उद्योग संगठनों, चैंबर्स और औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है। इन सभी से मिले सुझावों और सलाहों को राज्य सरकार की नई नीतियों और योजनाओं में ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि उद्योग मित्र नीतियों के कारण पंजाब का औद्योगिक क्षेत्र जल्द ही विकास के नए शिखर को छुएगा और राज्य में और भी अधिक निवेश आएगा।
इस प्रकार, पंजाब सरकार की पहलें और नीतियां राज्य में औद्योगिक विकास के नए रास्ते खोल रही हैं, और इसके परिणामस्वरूप न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे, जिससे पंजाब की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।