
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में शुक्रवार को एक बेहद दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा, जब चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) आमने-सामने होंगी। यह मैच दोनों टीमों के लिए बहुत अहम है क्योंकि दोनों के 8 मैचों में सिर्फ 4-4 अंक हैं और प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए अब कोई भी मैच हारने की गुंजाइश नहीं बची।
चेन्नई की मुश्किलें
चेन्नई की टीम आमतौर पर अपने घरेलू मैदान पर मजबूत मानी जाती है, लेकिन इस बार हालात अलग हैं। तीन लगातार घरेलू मैचों में हार ने उसके आत्मविश्वास को झटका दिया है। खास बात यह रही कि कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ चेन्नई की टीम सिर्फ 103 रन पर सिमट गई, जो उसके होम ग्राउंड पर अब तक का सबसे कम स्कोर है।
टीम के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने पिच को लेकर नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि चेपॉक की विकेट इस बार स्पिनरों की जगह तेज़ गेंदबाज़ों की मददगार साबित हो रही है, जिससे टीम को रणनीति बदलनी पड़ रही है।
चेन्नई के बल्लेबाज़ों का प्रदर्शन भी इस सीज़न में निराशाजनक रहा है। कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने से टीम को और भी झटका लगा है। हालांकि, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम को उम्मीदें ज़रूर हैं। धोनी भले ही घुटने की परेशानी से जूझ रहे हों, लेकिन अंतिम ओवरों में उनकी बल्लेबाज़ी और रणनीतिक फैसले टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं।
टीम में एक नई उम्मीद के तौर पर 17 वर्षीय आयुष महात्रे को जोड़ा गया है, जिन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ डेब्यू मैच में अच्छी बल्लेबाज़ी की थी। साथ ही, दक्षिण अफ्रीका के डेवाल्ड ब्रेविस को भी टीम में शामिल किया गया है जिससे मिडिल ऑर्डर को मज़बूती मिल सकती है।
हैदराबाद की भी गिरती हालत
सनराइजर्स हैदराबाद ने भी टूर्नामेंट की शुरुआत दमदार तरीके से की थी, लेकिन अब उसकी हालत भी चेन्नई जैसी ही हो गई है। खासकर, पिछले सीज़न में शानदार ओपनिंग जोड़ी रहे ट्रैविस हेड और अभिषेक शर्मा इस बार फ्लॉप साबित हो रहे हैं।
पिछले मैच में टीम को मुंबई इंडियंस से 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। मुख्य कोच डेनियल विटोरी ने माना कि टीम साझेदारियां बनाने में विफल रही है। उन्होंने कहा, “अगर हेड और अभिषेक जल्दी आउट हो जाते हैं, तो बाकी बल्लेबाज़ों की जिम्मेदारी बनती है कि वो टीम को संभालें। लेकिन हम वैसा कर नहीं पा रहे।”
नज़रे टिकी हैं इस मैच पर
दोनों टीमें इस समय प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए हर हाल में जीत चाहती हैं। ऐसे में यह मुकाबला सिर्फ एक आम मैच नहीं बल्कि एक ‘करो या मरो’ वाली स्थिति है। दोनों के लिए यह मुकाबला आत्मविश्वास लौटाने और टूर्नामेंट में वापसी करने का बेहतरीन मौका है।
इस रोमांचक टक्कर में कौन बाज़ी मारेगा, ये देखना बेहद दिलचस्प होगा!